तीनो मंदिरों में आया 21 लाख 92 हजार 423 रूपये चढावा

डाॅ. अंबेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के अंतर्गत 31 जनवरी 2026 तक कर सकते हैं आवेदन – उपायुक्त

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पंचकूला, 25 सितंबर- उपायुक्त सतपाल शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा डॉ. अंबेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के अंतर्गत वर्ष 2025-26 के ऑनलाइन आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2026 तक है। योजना के तहत अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग, विमुक्त जाति, घुमंतु एवं अर्ध घुमंतू जाति तथा टपरीवास जाति के छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए 31 जनवरी 2026 तक आवेदन पत्र पोर्टल https://saralharyana.gov.in   पर ऑनलाइन कर सकते हैं।
         इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला कल्याण अधिकारी विशाल बंसल ने बताया कि आवेदन करने वाले प्रार्थी की वार्षिक पारिवारिक आय 4 लाख रूपए  से अधिक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत पात्र छात्र व छात्राओं का शैक्षणिक स्तर उंचा उठाने तथा उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना उत्पन्न करने के लिए विद्यार्थियों को विभिन्न कोर्स में 8000 रुपए से 12000 रूपए तक प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।
        उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदनकर्ता हरियाणा का स्थाई निवासी होना चाहिए तथा उसने अगली कक्षा में प्रवेश लिया हो और उनके परिवार की वार्षिक आय 4 लाख रूपए से कम हो। उन्होंने बताया कि पात्रता मानदंड और योजना के अन्य विवरण विभाग की वेबसाईट www.haryanascbc.gov.in पर देखे जा सकते हैं। किसी भी प्रकार की समस्या या जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 0172-2583378 एवं जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।
  जिला कल्याण अधिकारी ने बताया कि डा. अंबेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति, विमुक्त जाति, घुमंतु, अर्ध घुमंतु जाति एवं टपरीवास जाति के 10वीं कक्षा में उतीर्ण छात्र के लिए शहरी क्षेत्र में 70 प्रतिशत अंक तथा ग्रामीण क्षेत्र में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। कक्षा 11वीं तथा सभी डिप्लोमा/सर्टिफिकेट कोर्स के प्रथम वर्ष में पढने वाले छात्रों को 8 हजार रुपए की वार्षिक छात्रवृति प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार कक्षा 12वीं में उत्तीर्ण छात्रों के लिए शहरी क्षेत्र में 75 प्रतिशत अंक और ग्रामीण में 70 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। कक्षा स्नातक के प्रथम वर्ष आर्ट्स/कार्मस/साइंस व सभी डिप्लोमा कोर्सिस में पढ़ने वाले को 8 हजार रुपए वार्षिक छात्रवृति, इंजिनियरिंग तथा अन्य तकनीकी एवं व्यवसायिक कोर्सेज के छात्रों को 9 हजार रुपए वार्षिक व मेडिकल तथा अलाईड कोर्सेज के छात्रों को 10 हजार रुपए की राशि वार्षिक छात्रवृति के रूप में प्रदान की जाएगी।
     इसी प्रकार, स्नातक की परीक्षा में शहरी क्षेत्र में 65 प्रतिशत व ग्रामीण क्षेत्र में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। स्नातकोत्तर कक्षा में पढने वाले प्रथम वर्ष आर्ट, कॉमर्स व साईंस के छात्र को 9 हजार रुपए वार्षिक छात्रवृति, इंजिनियरिंग तथा अन्य तकनीकी व्यवसायिक कोर्सेज के छात्रों को 11 हजार रुपए व मेडिकल व अलाइड कोर्सेज के छात्रों को 12 हजार रुपए की राशि वार्षिक छात्रवृति के रूप में प्रदान की जाएगी।
     डॉ. अंबेडकर मेधावी छात्र योजना के अंतर्गत पिछड़ा वर्ग के छात्रों को भी लाभ देने के लिए शामिल किया गया है। पिछड़ा वर्ग ब्लाक ए के 10वीं कक्षा में उतीर्ण छात्र के लिए शहरी क्षेत्र में 70 प्रतिशत अंक तथा ग्रामीण क्षेत्र में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। कक्षा 11वीं तथा सभी डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्सेज के प्रथम वर्ष में पढ़ने वाले छात्रों को 8 हजार रुपए की वार्षिक छात्रवृति प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछड़ा वर्ग ब्लाक बी तथा अन्य वर्गोें के 10वीं कक्षा में उतीर्ण छात्रों के लिए शहरी क्षेत्र में 80 प्रतिशत अंक तथा ग्रामीण क्षेत्र में 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। कक्षा 11वीं तथा सभी डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्सेज के प्रथम वर्ष में पढ़ने वाले छात्रों को 8 हजार रुपए की वार्षिक छात्रवृति प्रदान की जाएगी।

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तीनो मंदिरों में आया 21 लाख 92 हजार 423 रूपये चढावा

पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती हरियाणा में अंत्योदय उत्थान और नारी शक्ति को रही समर्पित

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना का शुभारंभ करते हुए दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना मोबाइल ऐप किया लॉन्च

पहले चरण में लगभग 20 लाख महिलाओं को मिलेगा लाभ

मुख्यमंत्री ने 326.25 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाओं का भी किया उद्घाटन एवं शिलान्यास

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन से प्रेरित होकर हरियाणा सरकार समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध – मुख्यमंत्री

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पंचकूला  सितंबर 25- हरियाणा सरकार ने अंत्योदय के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती को विकास, अंत्योदय उत्थान और नारी शक्ति को समर्पित करते हुए कई महत्वाकांक्षी योजनाओं और परियोजनाओं की सौगात जनता को दी। इस अवसर पर वीरवार को जिला पंचकूला के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के दौरान मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने महिलाओं की आर्थिक व सामाजिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए ‘दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना’ की शुरुआत की और योजना को सुचारू रूप से लागू करने के लिए विशेष मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया।

मुख्यमंत्री ने आवेदन के समय आने वाली समस्या के समाधान के लिए टोल फ्री नंबर 18001802231 और हेल्पलाइन नंबर 01724880500 भी लॉन्च किया। कार्यक्रम के दौरान ही योजना के तहत पात्र पांच महिलाओं का लाइव पंजीकरण भी करवाया गया। मुख्यमंत्री ने बताया कि मोबाइल ऐप लॉन्च होने के कुछ समय के भीतर ही लगभग 50 हजार महिलाओं ने अपने मोबाइल पर इस ऐप को डाउनलोड किया है और लगभग 8,000 महिलाओं ने आवेदन किया है।

इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने विकासात्मक परियोजनाओं की सौगात देते हुए 326.25 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाओं का भी उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूती प्रदान करने की दिशा में 78.04 करोड़ रुपये की लागत के 31 उद्घाटन और 78.12 करोड़ रुपये की लागत की 97 परियोजनाओं के शिलान्यास शामिल हैं। इसके अलावा 80 करोड़ 72 लाख रुपये की लागत से 10 स्वास्थ्य संस्थाओं का नवीनीकरण भी किया गया है। साथ ही, लोक निर्माण विभाग व शहरी स्थानीय निकाय की एक-एक परियोजना का शिलान्यास भी किया गया है, जिनकी लागत 89 करोड़ 37 लाख रुपये है।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य विकास की योजनाओं को अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति तक पहुंचाना है। पंडित दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन से प्रेरित होकर हरियाणा सरकार समाज के हर वर्ग, विशेषकर महिलाओं और कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने शारदीय नवरात्रों और कर्मयोगी व राष्ट्रनायक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का मानना था कि ‘राष्ट्र तभी महान बन सकता है, जब उसकी नारी सुरक्षित, शिक्षित और सम्मानित होगी। हरियाणा सरकार का यह दृढ़ संकल्प है कि महिलाएं और बेटियां आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर हो और समाज की मुख्य धारा में भाग लें। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना को लागू किया जा रहा है।

पहले चरण में लगभग 20 लाख महिलाओं को मिलेगा लाभ

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना का लाभ 23 वर्ष से 60 वर्ष की आयु की उन विवाहित व अविवाहित बहनों को मिलेगा, जिनके परिवार की सालाना आय 1 लाख रुपये तक है। 2100 रुपये मासिक आर्थिक सहायता पात्र महिलाओं के बैंक खातों में मिलनी शुरू हो जाएगी। इस योजना की सबसे महत्वपूर्ण बात है कि एक परिवार की कितनी भी महिलाएं पात्र हों, सभी को इस योजना का लाभ मिलेगा। इस योजना का 2025-26 का वार्षिक बजट 5 हजार करोड़ रुपये स्वीकृत किया गया है। पहले चरण में प्रदेश की लगभग 20 लाख माताओं बहनों को इसका लाभ मिलेगा।

उन्होंने कहा कि ‘दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना ऐप’ के माध्यम से आवेदन, सत्यापन और शिकायत निवारण की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी एवं सरल होगी। आवेदन केवल मोबाइल ऐप के माध्यम से ही किया जाएगा। किसी भी कॉमन सर्विस सेंटर या केंद्र पर जाने की आवश्यकता नहीं है। प्रत्येक पात्र महिला मोबाइल से, अपने घर पर ही यह फॉर्म भर सकती है। जो महिलाएं 25 सितम्बर तक इस योजना के लिए पात्र हैं, वे आज से ही आवेदन कर सकती हैं। जो आज के बाद, जिस दिन से पात्र होंगी, वे उसी दिन आवेदन कर सकेंगी। मुख्यमंत्री ने बेटियों से अनुरोध किया करते हुए कहा कि जो आज 23 वर्ष से कम आयु की हैं, वे अपना 23वां जन्मदिन इस योजना के लिए आवेदन करते हुए मनाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना शुरू करके संकल्प पत्र के 217 संकल्पों में से 42वां संकल्प पूरा किया है। इस साल के अंत तक 90 संकल्प पूरे कर लिये जाएंगे। आज यह योजना शुरू होने से प्रदेश की उन बहनों को आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा मिलेगी, जो गरीबी के कारण दिन-रात अपना परिवार पालने के लिए कड़ा संघर्ष कर रही हैं।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हुई ऐतिहासिक पहलें

श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के आदर्श का अनुकरण करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी महिलाओं को स्वावलंबी बनाकर सशक्तिकरण को प्राथमिकता दे रहे हैं। नारी वंदन बिल से संसद व विधानसभाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था हुई है। प्रधानमंत्री ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’, ‘बीमा सखी’, ‘ड्रोन दीदी’ और ‘लखपति दीदी’ जैसी योजनाएं शुरू कीं, जिनसे लाखों महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं। 17 सितंबर को प्रधानमंत्री ने अपने जन्म दिवस पर मध्य प्रदेश से राष्ट्रव्यापी ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ और ‘8वें पोषण माह’ का शुभारंभ किया। यह अभियान पूरे भारत में महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के लिए स्वास्थ्य सेवा व पोषण सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा में 5 लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है। अब तक 2 लाख 13 हजार महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जा चुका है। इसी प्रकार ड्रोन दीदी योजना में 100 महिलाओं को मुफ्त ड्रोन व प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस साल 100 और महिलाओं प्रशिक्षण दिया जाएगा। हरियाणा में 18 लाख परिवारों को 500 रुपये में गैस सिलेंडर दिया जा रहा है। पंचायतों में महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व, ‘अटल किसान मजदूर कैंटीन’ व वीटा बिक्री केन्द्रों का संचालन और एक-तिहाई राशन डिपो महिलाओं को देने का प्रावधान किया गया है। राज्य में 66 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं। महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख रुपये तक ऋण लेने पर स्टाम्प शुल्क से छूट दी गई है। उत्कृष्ट महिला शिल्पकार पुरस्कार योजना के तहत राज्य हस्तशिल्प पुरस्कार के लिए 3 लाख रुपये, उत्कृष्ट महिला शिल्पकार पुरस्कार के लिए 3 लाख रुपये की राशि दी जाती है। साथ ही 51-51 हजार रुपये के सांत्वना पुरस्कार दिये जाते हैं। उच्च शिक्षा के लिए प्रदेश में खोले गये 80 कॉलेजों में से 30 लड़कियों के हैं। गरीबी के कारण कोई बेटी उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित न रहे, इसलिए सरकार ने पोस्ट ग्रेजुएशन तक लड़कियों को मुफ्त शिक्षा देने की व्यवस्था की है। इसके अलावा, प्रदेश में कामकाजी महिलाओं के नन्हें बच्चों की देखभाल के लिए ‘विस्तृत क्रेच नीति’ लागू की है। यह नीति लागू करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। इस समय प्रदेश में 572 आंगनवाड़ी एवं क्रेच और 273 स्टैंड लोन क्रेच चल रहे हैं। इसके अलावा, 4 हजार प्ले-वे स्कूल खोले गये हैं।

उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को गति देने के लिए ‘लाडो सखी’ योजना शुरू की है। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए ‘लाडो सखी’ को लगाया जाएगा। बेटी पैदा होने पर हर ‘लाडो सखी’ को 1 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। महिलाओं की सुरक्षा के लिए ‘महिला हेल्पलाइन 1091 नम्बर’ स्थापित किया गया है। महिलाओं के विरुद्ध अपराधों से निपटने के लिए प्रदेश में 33 महिला पुलिस थाने स्थापित किये गये हैं।

श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हम एक ऐसे विकसित भारत-विकसित हरियाणा का निर्माण करेंगे, जहां हर महिला अपने आप में पूर्ण हो, सशक्त हो और आत्मसम्मान से भरी हो।

दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना महिलाओं के सशक्तिकरण की ऐतिहासिक पहल- हरविन्द्र कल्याण

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री हरविंद्र कल्याण ने कहा कि प्रदेश की मातृशक्ति के सशक्तिकरण के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती एवं सेवा पखवाड़े के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी द्वारा ‘दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना’ का शुभारंभ राज्य की बेटियों व महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में अहम कदम है।

उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन पर चलते हुए वर्तमान सरकार लगातार गरीब और कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए काम कर रही। दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना केवल एक योजना नहीं, बल्कि सामाजिक क्रांति है। इससे महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक स्वतंत्रता के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां हासिल होंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि जब हमारे देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होंगे तो हमारा देश एक विकसित राष्ट्र होगा। प्रधानमंत्री ने विकसित राष्ट्र के चार स्तंभ बताए हैं उनमें नारी शक्ति प्रमुख स्तम्भ है। आज शुरू की गई इस योजना से हमारी 50 प्रतिशत आबादी सशक्त होगी।

उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, लखपति दीदी, स्वयं सहायता समूह, दुर्गा शक्ति ऐप, महिला पेंशन जैसी अनेक योजनाओं से महिलाओं को नई ऊर्जा और आत्मविश्वास मिला है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई यह योजना महिलाओं के जीवन में नई दिशा प्रदान करेगी।

उन्होंने कहा कि हमारी सनातन और प्राचीन परंपरा हमें सिखाती है नारी का सम्मान और उसका पूजन करना। आज विशेष रूप से समाज से आह्वान करता हूं कि जहां हम महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं, वहीं हमें बेटों को भी वो संस्कार देने पड़ेंगे, जहां पर अपनी बेटियों को एक सुरक्षित वातावरण देते हुए उनको आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करें। सरकार गंभीरता से इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है परंतु ये जिम्मेवारी समाज के हर व्यक्ति की भी है।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना बनेगी मील का पत्थर – मंत्री कृष्ण कुमार बेदी

इस अवसर पर सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण और अंत्योदय (सेवा) मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि यह दिन हरियाणा वासियों के लिए गर्व का विषय है, क्योंकि अंत्योदय की भावना से प्रेरित होकर मुख्यमंत्री ने बहनों और बेटियों के लिए लाडो लक्ष्मी योजना का शुभारंभ और मोबाइल ऐप लॉन्च कर एक नई पहल की है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण व उत्थान के लिए समय समय पर विभिन्न पहल की गई है। राज्य की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए आज दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना का शुभारंभ हुआ है। इसके तहत 23 वर्ष से अधिक आयु की माताओ, बहनों और बेटियों जिनकी पारिवारिक वार्षिक आय का 1 लाख रुपये से कम है, उनको 2100 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी। यह राशि सीधे खाते में डीबीटी के माध्यम से पहुंचेगी।

उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य महिलाओं के सामने आने वाली विविध चुनौतियों का समाधान करना है, जिससे उनकी आर्थिक स्वतंत्रता बढ़ेगी और उनके स्वास्थ्य व कल्याण में सुधार होगा। इसके लिए हरियाणा सरकार ने इस योजना के लिए 2025 – 26 के वार्षिक बजट में 5,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। श्री बेदी ने कहा कि दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना मोबाइल ऐप से महिलाओं को किसी भी सरकारी कार्यालय या सीएससी सेंटर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। वे अपने मोबाइल पर ही आसानी से आवेदन कर सकेंगी।

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह योजना लाखों बहनों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी और समाज में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर सिद्ध होगी। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सरकार चौबीसों घंटे जनता के साथ खड़ी है और महिला कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।


ज्योतिबा फुले ने जगाई महिला शिक्षा की अलख – कुमारी आरती सिंह राव

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फूले ने शिक्षा आंदोलन की अलख जगाई थी। कल्पना चावला से लेकर सुनीता विलियम्स जैसी महिलाओं ने महिला सशक्तिकरण का उदाहरण प्रस्तुत किया है। महिला संस्कारों से देश को रोशनी मिली है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया है। उन्होने कहा कि आज मुख्यमंत्री ने दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना की शुरुआत करने के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग की करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का उदघाटन व शिलान्यास किया है। इनमें भिवानी व कोरियावास महेंद्रगढ़ के मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत से की थी और आज 15 जिलों में 900 से अधिक लिंगानुपात हो गया है।

कार्यक्रम में कालका विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, जिला अध्यक्ष अजय मित्तल , स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल, सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण और अंत्योदय (सेवा) विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती जी अनुपमा, पंचकूला के उपायुक्त श्री सतपाल शर्मा, मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री बी.बी. भारती और मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव श्री प्रवीण आत्रेय सहित अन्य गणमान्य अतिथि व भारी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं।

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तीनो मंदिरों में आया 21 लाख 92 हजार 423 रूपये चढावा

*MC Chandigarh organises Vendor Sensitization workshop on Swachhata at Sector 44*

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*Chandigarh, September 24:-* The Municipal Corporation Chandigarh organized a Vendor Sensitization Programme on Swachhata today at Sector 44 market, aimed at promoting cleanliness and hygiene practices among local vendors. The event witnessed active participation from the vendor community and was held in convergence with the Swachhata and Lok Kalyan Mela.

City Mayor Smt. Harpreet Kaur Babla addressed the gathering, emphasizing the importance of maintaining swachhata in public places, especially in busy market areas. “Street vendors are the backbone of the local economy, and it is their responsibility to ensure cleanliness around their vending zones. Proper waste disposal as per the Solid Waste Management Rules is not just a rule but a civic duty,” she stated.

MC Special Commissioner Sh. Pardeep Kumar, IAS, also spoke at the event, encouraging vendors to take ownership of their surroundings. “Cleanliness is a shared responsibility. A hygienic market not only attracts more customers but also promotes public health and well-being. He urged all vendors to segregate waste at source, use seperate dustbins for the wet and dry waste and avoid plastic use.”

Area Councillor Sh. Jasmanpreet Singh echoed similar sentiments, encouraging all stakeholders to come together in the spirit of community-driven swachhata.

The event concluded with distribution of IEC (Information, Education & Communication) material and a cleanliness pledge by all attendees.

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तीनो मंदिरों में आया 21 लाख 92 हजार 423 रूपये चढावा

*सरकार का लक्ष्य हरियाणा को न केवल भारत की बल्कि विश्व की खेल राजधानी बनाना: मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी*

*मुख्यमंत्री ने पंचकूला में किया राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ के द्वितीय चरण का उद्घाटन*

*9 हजार 959 खिलाड़ी 17 विभिन्न खेल प्रतिस्पर्धाओं में ले रहे हैं भाग*

*मुख्यमंत्री ने पेरिस में हुए पैरा-ओलम्पिक खेलों में पदक जीतने वाले हरियाणा के 8 खिलाड़ियों को 42 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि देकर किया सम्मानित*

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पंचकूला , 24 सिंतबर– हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य हरियाणा को न केवल भारत की बल्कि विश्व की खेल राजधानी बनाना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले सालों में हरियाणा में खेलों के लिए एक विजन विकसित किया , जिसका उद्देश्य हर बच्चे को खेल से जोड़ने, हर गांव में खेल का मैदान बनाने और हर उस युवा को अवसर देना है जिसमें खेल के प्रति ललक है।

मुख्यमंत्री आज ताउ देवीलाल खेल स्टेडियम, पंचकूला में राज्य स्तरीय खेल महाकुम्भ के द्वितीय चरण के उद्घाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को मुख्यातिथि के रूप में संबांधित कर रहे थे। इस अवसर पर श्री नायब सिंह सैनी ने राज्य स्तरीय खेल महाकुम्भ के द्वितीय चरण के उद्घाटन की घोषणा की और खिलाड़ियों से खेल भावना से खेलते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने का आह्वान किया। इस मौके पर खेल मंत्री श्री गौरव गौतम भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल महाकुंभ सिर्फ ऐक खेल का आयोजन नहीं बल्कि हरियाणा के युवाओं के सपनों को उड़ान देने का मंच है। यह उस भावना का प्रतीक है, जो खेलों में हरियाणा को नंबर वन बनाती है।

उन्होंने कहा कि खेल महाकुम्भ की शुरुआत हरियाणा के स्वर्ण जयंती वर्ष 2017 में की गई थी। तब से अब तक पांच खेल महाकुम्भों का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है। गत 2 अगस्त से 4 अगस्त तक चले खेल महाकुम्भ के पहले चरण में 26 खेलों में प्रदेश के कुल 15 हजार 410 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। आज इसके दूसरे चरण में 9 हजार 959 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लिए खेलने का सपना हर खिलाड़ी का होता है, परंतु उस सपने को सच करने के लिए लगातार अभ्यास, अनुशासन और आत्मबल चाहिए। खिलाड़ियों में इन गुणों को निखारने के लिए ही सरकार द्वारा खेल प्रतियोगिताओं का निरंतर आयोजन किया जा रहा है। इनमें खिलाड़ियों को अपनी दक्षता और क्षमता को और अधिक ऊंचा उठाने का अवसर मिलता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2036 के ओलम्पिक खेलों में भारत को खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने उन खेलों को भारत में करवाने की इच्छा भी व्यक्त की है। मुझे विश्वास है कि उस समय हरियाणा के खिलाड़ी सबसे अधिक पदक जीतकर देश का नाम रोशन करेंगे। इसके लिए हम पहले से ही तैयारियां शुरू कर चुके हैं। हमारा सपना है कि हरियाणा का हर गांव एक ऐसा खिलाड़ी दे, जो विश्व मंच पर भारत का परचम लहराए। मुझे गर्व है कि हमने इस सपने को साकार करने की दिशा में लगातार काम किया है और आज खेल महाकुंभ उसी कड़ी का एक स्वर्णिम अध्याय है।

श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि खेल प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। बचपन से ही खिलाड़ियों को तराशने के लिए प्रदेश में खेल नर्सरियां खोली हुई हैं। इनमें उन्हें वित्तीय सहायता व प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इस समय प्रदेश में 1 हजार 489 खेल नर्सरियां कार्यरत हैं। इनमें 37 हजार 225 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इन नर्सरियों में नामांकित 8 से 14 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को 1500 रुपये तथा 15 से 19 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को दो हजार रुपये प्रति माह दिये जाते हैं। यही नहीं खेल नर्सरी प्रशिक्षकों को 25 हजार रुपये तक मानदेय भी दिया जा रहा है। इसके अलावा उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित रोजगार सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम 2021 बनाये हैं। इसके तहत खेल विभाग में 550 नए पद बनाए गये हैं।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गत वर्ष पेरिस में हुए पैरा-ओलम्पिक में पदक जीतने वाले हरियाणा के 8 खिलाड़ियों को 42 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया। इस प्रतियोगिता में हरियाणा के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 स्वर्ण पदक और 3 रजत पदक अर्जित किए। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 31 प्रशिक्षकों को 3 करोड़ 56 लाख रुपये की राशि देकर सम्मानित किया। उन्होंने कार्यक्रम में हरियाणा के उत्कृष्ट खिलाड़ियों, राष्ट्रीय खेल-2025 के स्वर्ण पदक विजेताओं, 75 उत्कृष्ट खेल नर्सरियों के इंचार्ज और खेल विभाग के 75 उत्कृष्ट कोच को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

इससे पूर्व कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खेल मंत्री श्री गौरव गौतम ने कहा कि खेल महाकुंभ 2025 के दूसरे चरण में 9959 खिलाड़ी तीन दिनों तक 17 विभिन्न खेल प्रतिस्पर्धाओं में अपना दमखम दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रतिस्पर्धाएं प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा की खेल नीती देश मे सर्वश्रेष्ठ है। खिलाड़ियों के परिश्रम और हरियाणा की खेल नीति का ही परिणाम है कि आज हरियाणा के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में 15 साल बाद नवंबर में हरियाणा ओलंपिक खेलों का आयोजन होने जा रहा है।

इस अवसर पर विधायक जगमोहन आंनद और रणधीर पनिहार, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष बंतो कटारिया, जिला अध्यक्ष अजय मितल, खेल विभाग के प्रधान सचिव नवदीप सिंह विर्क, महानिदेशक संजीव वर्मा, उपायुक्त सतपाल शर्मा, पुलिस उपायुक्त सृष्टि गुप्ता, एसडीएम चंद्रकांत कटारिया, जे एस नैन, जिला खेल अधिकारी नील कमल, मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे, मीडिया कार्डिनेटर अशोक छाबडा के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति और खिलाडी उपस्थित थे।

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*City Mayor Harpreet Kaur Babla emphasized citizens led initiatives during Swachhotsav 2025*

*Chandigarh, September 23:-*

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Under the banner of “Swachhata Hi Seva 2025,” the Municipal Corporation Chandigarh organised a vibrant community event—Swachhotsav—at Sector 27, where Mayor Smt. Harpreet Kaur Babla addressed local residents, emphasizing the importance of citizen-led initiatives in sustaining cleanliness and environmental health.

Also present at the event were Sh. Amit Kumar, IAS, Commissioner, Municipal Corporation Chandigarh, Sh. Sanjay Arora, Chief Engineer, Smt. Shikha Nijhawan, President of RWA, Sector 27-D, along with other dignitaries and community leaders of local area.

A key highlight of the event was a live demonstration of home composting techniques, conducted by RWA President Shikha Nijhawan, showcasing simple, effective ways to convert kitchen waste into nutrient-rich compost right at home.

Speaking at the gathering, City Mayor Smt. Harpreet Kaur Babla stressed that home composting is “very, very important” for maintaining Swachhata. “Every household can manage its own wet waste through easy composting methods, reducing the burden on civic infrastructure and contributing to a cleaner, greener city,” she said.

MC Commissioner Sh. Amit Kumar added, “The government alone cannot uphold Swachhata. Public participation is essential. Every citizen must play an active role in keeping their surroundings clean.”

The event concluded with a pledge for cleanliness, enthusiastic participation by residents and distribution of educational material on composting and waste segregation. Swachhotsav 2025 stands as a shining example of how community involvement and leadership can drive meaningful change at the grassroots level.

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तीनो मंदिरों में आया 21 लाख 92 हजार 423 रूपये चढावा

*25 सितम्बर को मुख्यमंत्री पंचकूला में करेंगे दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना की एप का शुभारंभ – उपायुक्त*

*ताऊ देवीलाल खेल परिसर सेक्टर-3 में आयोजित कार्यक्रम में  बतौर मुख्य अतिथि होंगे शामिल*

*योजना के तहत पात्र महिलाओं को मिलेंगे 2100 रुपए महीना, योजना के लिए पात्र महिलाओं के पंजीकरण की प्रक्रिया भी 25 सितंबर से होगी शुरू*

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पंचकूला , 23 सितंबर:  हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी 25 सितंबर को ताऊ देवीलाल खेल परिसर सेक्टर-3 में आयोजित कार्यक्रम में दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना की एप का शुभारंभ करेंगे । 

उपायुक्त श्री सतपाल शर्मा ने बताया कि हरियाणा सरकार  सामाजिक न्याय अधिकारिता अनुसूचित जातियां एवं पिछडे वर्ग कल्याण तथा अंत्योदय  (सेवा) विभाग के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक कदम और आगे बढ़ाते हुए महिलाओं के सामाजिक व आर्थिक सम्मान के लिए 25 सिंतबर को एक महत्वाकांक्षी योजना दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना की शुरुआत करने जा रही है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी 25 सिंतबर को दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना के मोबाइल एप का पंचकूला से शुभारम्भ करेंगे।

उन्होंने बताया कि इस योजना का उद्देश्य राज्य की आर्थिक रूप से कमजोर पात्र महिलाओं को महीने के 2100 रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना है। योजना की पात्र महिलाओं से क्रीड की टीम संपर्क कर पंजीकरण के लिए प्रेरित करेगी। 

*यह होगी योजना के लिए आवश्यक पात्रता*

उपयुक्त ने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए महिला की उम्र 23 वर्ष या इससे अधिक होनी चाहिए। वह कम से कम 15 वर्ष से हरियाणा की निवासी होनी चाहिए। इसके अलावा  परिवार की आय एक लाख रुपए वार्षिक होनी चाहिए। तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कैंसर पीडित महिला, दुलर्भ बिमारियों से ग्रसित महिला, हीमोफीलिया, थैलेसिमिया, सिकल सेल एनीमिया से ग्रसिंत महिला जो पहले से किसी अन्य सामाजिक सुरक्षा पैंशन का लाभ ले रही है वह भी दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना के लिए पात्र हैं।

*योजना के दायरे से यह रहेंगे बाहर*

उन्होने बताया कि वृद्धावस्था सम्मान भत्ता, विधवा/ निराश्रित महिला के लिए वित्तीय सहायता, दिव्यांग पैशन, लाडली सामाजिक सुरक्षा योजना, कश्मीरी विस्थापित परिवार के लिए वित्तीय सहायता, बौना भत्ता, तेजाब पीड़ित महिला/लड़की को वित्तीय सहायता, अविवाहित महिला को वित्तीय सहायता, पद्म पुरस्कार विजेताओं के लिए हरियाणा गौरव सम्मान योजना का लाभ लेने वाली महिलाएं दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना के लिए पात्र नहीं होंगी। 

*पंजीकरण की पूरी प्रक्रिया होगी निःशुल्क, यह रहेंगे आवश्यक दस्तावेज*

उन्होंने दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना का लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महिला के पास हरियाणा का स्थायी निवासी प्रमाण पत्र, मोबाईल नंबर जो कि आधार से लिंक हो, परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड, अगर महिला विवाहित है तो ससुराल के सभी सदस्यों के आधार कार्ड, बिजली बिल का कनैक्शन नंबर, एचकेआरएन रजिस्ट्रेशन नंबर(यदि बेरोजगार हो), महिला/परिवार के सभी सदस्यों के नाम पर रजिस्टर वाहनों का विवरण, महिला के नाम पर रजिस्टर बैंक खाता विवरण आदि दस्तावेज जरूरी हैं। 

  उन्होंने बताया कि योजना के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 25 सितंबर से आरंभ हो रही है ।इस योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया पूरी तरह निःशुल्क होगी ।उन्होने अपील करते हुए कहा कि पात्र महिलाएँ सभी आवश्यक दस्तावेज 25 सितम्बर से पहले पूर्ण करवा लें।

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तीनो मंदिरों में आया 21 लाख 92 हजार 423 रूपये चढावा

माता मनसा देवी मेला परिसर में जनता के लिए कानूनी जागरूकता स्टॉल लगाया गया

पंचकूला, 23 सितंबर

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माननीय हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (HALSA) के निर्देशानुसार और श्री वेद प्रकाश सिरोही, उप जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA), पंचकूला की देखरेख में, चल रहे नवरात्रों के दौरान माता मनसा देवी मेला परिसर में एक कानूनी जागरूकता स्टॉल लगाया गया है। इस पहल का समन्वयन सुश्री अपर्णा भारद्वाज, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-सह-सचिव, DLSA, पंचकूला द्वारा किया गया है, जिसका उद्देश्य आने वाले श्रद्धालुओं और आम जनता के बीच राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) और HALSA की विभिन्न लाभकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाना है।

सुश्री भारद्वाज ने बताया कि स्टॉल का प्रबंधन पैनल अधिवक्ताओं, अर्ध-विधिक स्वयंसेवकों (PLV) और DLSA, पंचकूला के प्रतिनियुक्त कर्मचारियों द्वारा प्रभावी ढंग से किया जा रहा है। वे आगंतुकों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत उपलब्ध उनके कानूनी अधिकारों और उपायों के बारे में सक्रिय रूप से मार्गदर्शन कर रहे हैं। अधिकतम पहुँच सुनिश्चित करने के लिए, राजकीय कन्या महाविद्यालय, सेक्टर-14, पंचकूला और राजकीय महाविद्यालय, सेक्टर-1, पंचकूला की छात्राओं को भी स्टॉल पर आने के लिए आमंत्रित किया गया है। उनकी भागीदारी का उद्देश्य युवाओं को कानूनी सहायता के महत्व और एक न्यायसंगत एवं समावेशी समाज के निर्माण में कानूनी जागरूकता की भूमिका के प्रति संवेदनशील बनाना है।

सुश्री भारद्वाज ने बताया कि आगंतुकों को नालसा और हालसा की विभिन्न योजनाओं और प्रावधानों पर प्रकाश डालने वाले पैम्फलेट, पुस्तिकाएँ और अन्य सूचनात्मक साहित्य निःशुल्क वितरित किए जा रहे हैं। ये प्रकाशन महिलाओं, बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों, अत्याचार के शिकार लोगों, दिव्यांगजनों और समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के अधिकारों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को कवर करते हैं। यह स्टॉल मेले में आने वाले बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है, जो अपने कानूनी अधिकारों और पात्र व्यक्तियों के लिए उपलब्ध मुफ्त कानूनी सहायता सेवाओं को समझने में गहरी रुचि दिखा रहे हैं।

सुश्री भारद्वाज ने मीडिया को बताया कि स्टॉल पर तैनात पैनल अधिवक्ता और पीएलवी भी उन आगंतुकों की सहायता कर रहे हैं जो अपनी व्यक्तिगत शिकायतों या कानूनी समस्याओं के साथ आते हैं। उन्हें कानून के तहत उपलब्ध उचित उपायों के बारे में मार्गदर्शन दिया जा रहा है, जिसमें डीएलएसए द्वारा प्रदान की जाने वाली निःशुल्क कानूनी सेवाओं का लाभ उठाने का विकल्प भी शामिल है। मध्यस्थता के लाभों और लंबी मुकदमेबाजी के बिना विवादों को सौहार्दपूर्ण ढंग से निपटाने में इसकी भूमिका के बारे में जागरूकता फैलाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। संवादात्मक चर्चाओं के माध्यम से, जनता को बताया जा रहा है कि मध्यस्थता किस प्रकार विवादों को सुलझाने का एक लागत-प्रभावी, समय-बचत और सामंजस्यपूर्ण तरीका है, जिससे अदालतों पर बोझ कम होता है।

सुश्री भारद्वाज ने कहा कि कानूनी जागरूकता पहल, एचएएलएसए और डीएलएसए द्वारा कानून और जनता के बीच की खाई को पाटने के प्रयासों का एक हिस्सा है। सार्वजनिक समारोहों और धार्मिक मेलों में ऐसे स्टॉल लगाकर, विधिक सेवा प्राधिकरण यह सुनिश्चित करते हैं कि कल्याणकारी कानूनों, अधिकारों और न्याय तक पहुँच के बारे में जानकारी समाज के हर वर्ग तक पहुँचे।

माता मनसा देवी मेले में कानूनी जागरूकता स्टॉल न केवल आम जनता को उनके अधिकारों के बारे में शिक्षित करता है, बल्कि न्याय, समानता और सशक्तिकरण के संदेश को भी पुष्ट करता है। इस पहल की आगंतुकों द्वारा व्यापक रूप से सराहना की गई है और स्टॉल पर प्रदान किए गए मार्गदर्शन और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया गया है।

डीएलएसए, पंचकूला “सभी के लिए न्याय तक पहुंच” सुनिश्चित करने के अपने मिशन के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में भी इस तरह की जागरूकता गतिविधियों का आयोजन जारी रखेगा।

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तीनो मंदिरों में आया 21 लाख 92 हजार 423 रूपये चढावा

*अश्विन नवरात्र के दूसरे दिन तीनो मंदिरों में आया 23 लाख 32 हजार 801 रूपये  चढावा*

*31 हजार श्रद्धालुओं ने किए माता मनसा देवी के दर्शन*

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पंचकूला, 23 सितंबर: अश्विन नवरात्र मेले के दूसरे दिन आज  श्री माता मनसा देवी मंदिर , श्री काली माता मंदिर कालका और चंडी माता मंदिर में श्रद्धालुओं ने 23 लाख 32 हजार 801 रूपये की राशि दान स्वरूप अर्पित की। माता मनसा देवी मंदिर में 31 हजार श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए। 

    उपायुक्त एवं माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य प्रशासक श्री सतपाल शर्मा ने बताया कि श्री माता मनसा देवी मंदिर में 17 लाख 42 हजार 840 रुपये, श्री काली माता मंदिर कालका में 4 लाख 09 हजार 791 रुपये और चंडीमाता मंदिर में 1 लाख 80 हजार 170 रुपये  दान स्वरूप अर्पित किए गए। 

    इसके अलावा श्री माता मनसा देवी मंदिर में सोने के  चार नग और चांदी के 41 नग और काली माता मंदिर कालका में चाँदी के 35 नग भी दान स्वरूप अर्पित किए गए ।

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तीनो मंदिरों में आया 21 लाख 92 हजार 423 रूपये चढावा

*आयुष विभाग द्वारा 23 सितंबर को निःशुल्क चिकित्सा शिविर का किया जाएगा आयोजन*

*योग प्रशिक्षकों द्वारा योग आसनों के बारे में किया जाएगा जागरूक*

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पंचकूला, 22 सितंबर- आयुष विभाग हरियाणा द्वारा 10वा राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 23 सितंम्बर 2025 को मनाया जा रहा है। आयुष मंत्रालय द्वारा इस बार का विषय “आयुर्वेदा फॉर पीपल एंड प्लैनेट”  है। 

जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा0 दिलीप मिश्रा ने बताया कि 10 वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अवसर पर आयुष विभाग द्वारा कल 23 सितंबर को आशियाना काॅम्पलेक्स, गांव अभयपुर, औद्योगिक क्षेत्र फेस-1 में प्रातः 10 बजे से 02 बजे तक निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोेजन किया जाएगा।

 इस निःशुल्क चिकित्सा कैम्प में आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा रोगियों की जांच एवं मुफ्त दवाईयों का वितरण किया जाएगा। इसमें कैम्प में योग प्रशिक्षक द्वारा रोगियों को उनके रोग से संबन्धित योग आसनों के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। इसके अतिरिक्त औषधीए पौधों के बारे में भी जागरूक किया जाएगा।

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*उत्तराखंड ने एचआईवी/एड्स जागरूकता पर क्षेत्रीय रेड रिबन क्विज प्रतियोगिता जीती*

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पंचकूला, 22 सितंबर : ज्ञान और जागरूकता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए, उत्तराखंड की टीम ने आज पंचकूला के सेक्टर-1 स्थित लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में आयोजित क्षेत्रीय रेड रिबन क्विज़ प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया

     यह कार्यक्रम हरियाणा राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के परियोजना निदेशक डॉ. सुखवीर सिंह महला के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।

   प्रतियोगिता में नौ राज्यों- चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और उत्तराखंड ने भाग लिया। प्रत्येक राज्य का प्रतिनिधित्व उसकी विजेता टीम ने किया, जिसने एचआईवी/एड्स और अन्य स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिस्पर्धा की।

    क्विज का समापन पंजाब के दूसरे, हरियाणा के तीसरे और दिल्ली के सांत्वना पुरस्कार जीतने के साथ हुआ।

     इस कार्यक्रम का उद्घाटन हरियाणा स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. मनीष बंसल ने किया, जिसमें लगभग 300 छात्रों के लिए एक ओपन क्विज के साथ-साथ रंगोली और पोस्टर बनाने की प्रतियोगिताएँ भी शामिल थीं। क्षेत्रीय प्रश्नोत्तरी के निर्णायक मंडल में डॉ. सुशील माही, प्रो. (डॉ.) अलका शर्मा और डॉ. आर्य शामिल थे। निर्णायक मंडल में डॉ. राजीव बातिश और श्री जोगिंदर लाठर शामिल थे। संयुक्त निदेशक (आईईसी) श्री राम कुमार शर्मा इस आयोजन के समग्र प्रभारी थे।

इस प्रतियोगिता ने छात्रों और अधिकारियों को स्वास्थ्य शिक्षा और सामाजिक उत्तरदायित्व के महत्व पर जोर देने के लिए सफलतापूर्वक एक मंच प्रदान किया।

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