
सेवा विभाग द्वारा जिला स्तर पर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सैक्टर-1, पंचकूला में कार्यक्रम का आयोजन
छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति के प्रति जागरूक किया गया और शपथ दिलाई गई
पंचकूला नवम्बर 18: नशा मुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में जिला पंचकूला में विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयों में नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सेवा विभाग द्वारा जिला स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सैक्टर-1, पंचकूला में किया गया जिसमें मेहर फाउंडेशन, नशा मुक्ति केन्द्र, पंचकूला के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डा0 अभिमन्यु रामपाल व उनकी टीम द्वारा छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति को लेकर जागरूक किया गया व नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर प्रधानाचार्य डा0 शैलजा छाबड़ा व काॅलेज के शिक्षक भी उपस्थित रहे ।
छात्रों को शपथ दिलाते हुए बताया गया कि आज के समय में नशा समाज के लिए एक गंभीर समस्या बन चुका है। शराब, सिगरेट, तंबाकू, गांजा, अफीम जैसे नशीले पदार्थ न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को नष्ट करते हैं, बल्कि परिवार और समाज को भी प्रभावित करते हैं। नशे की लत व्यक्ति की सोचने-समझने की शक्ति को कम कर देती है और उसे गलत रास्ते पर ले जाती है। नशा करने वाला व्यक्ति धीरे-धीरे शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर हो जाता है। उसकी आर्थिक स्थिति बिगड़ जाती है, परिवार में कलह और असंतोष बढ़ता है।
सेवा विभाग द्वारा छात्र-छात्राओं को नशे के प्रकार व इनसे होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया। यह भी बताया गया कि जागरूकता अभियान, शिक्षा, और नशा मुक्ति केंद्रों की सहायता से लोगों को इस बुराई से बाहर निकाला जा सकता है। युवाओं को नशे से दूर रहकर अपने जीवन को स्वस्थ और सफल बनाना चाहिए। इसलिए हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम स्वयं भी नशा नहीं करेंगे और दूसरों को भी नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करेंगे।
इस अवसर पर जिला पंचकूला के लगभग 50 विद्यालयों/महाविद्यालयों में 61000 छात्र-छात्राएं, शिक्षक व नशा मुक्ति केन्द्रों के संचालक व सरपंच, पंच, स्वयं सहायता समूह व आंगनवाडी वर्कर आॅनलाईन माध्यम से राष्ट्र स्तरीय प्रोग्राम से जुडे ।