*राज्यपाल ने पंचकूला में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित ‘‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार” कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में करी शिरकत*
*मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए चलाई हैं अनेक योजनाएँ- राज्यपाल*
*हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कर रही है अनुकरणीय कार्य – राज्यपाल*
*प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2047 तक विकसित भारत के विजन को साकार करने में महिलाओं का अहम योगदान होगा – हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद उपाध्यक्षा श्रीमती सुमन सैनी*
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पंचकूला, 28 सितंबर: हरियाणा के राज्यपाल प्रोफेसर असीम कुमार घोष ने कहा कि महिला सशक्तिकरण और स्वस्थ परिवार एक-दूसरे के पूरक हैं। जहाँ महिला सशक्त होती है, वहाँ परिवार अधिक जागरुक, शिक्षित और संगठित होता है और जहाँ परिवार स्वस्थ होता है, वहाँ महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं।
राज्यपाल श्री असीम कुमार घोष हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा आज इंद्रधनुष आडिटोरियम सैक्टर-5 पंचकूला में आयोजित ‘‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार” कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मित्रा घोष और हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्षा श्रीमती सुमन सैनी विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित थीं ।
राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं को वह अधिकार और अवसर देना आवश्यक है जो उन्हें आत्मनिर्भर, सुरक्षित और समाज में समान भागीदारी वाला बनाए। उन्होने कहा कि उन्हे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। हरियाणा सरकार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, महिला सुरक्षा और आत्मनिर्भर नारी जैसी अनेक योजनाएँ चलाई हैं, जिनका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है।
राज्यपाल श्री असीम कुमार घोष ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि आज उन्हें ’महिला सशक्तिकरण एवं स्वस्थ परिवार’ जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर अपने विचार साझा करने का अवसर मिला है। हमारा समाज सदियों से महिलाओं की भूमिका को परिवार, समाज और राष्ट्र निर्माण में सम्मान देता आया है। लेकिन आज समय की माँग है कि हम इस सम्मान को केवल शब्दों तक सीमित न रखें, बल्कि उसे वास्तविकता में बदलें।
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् की सराहना करते हुए राज्यपाल श्री असीम कुमार घोष ने कहा कि परिषद 1971 से बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अनुकरणीय कार्य कर रही है। परिषद् बाल भवनों, लघु बाल भवनों, बाल गृहों, और विभिन्न कार्यक्रमों जैसे दत्तक ग्रहण, स्पेशल एडॉप्शन, कोचिंग कक्षाएं, नशा मुक्ति केंद्र और ओपन शेल्टर होम के माध्यम से लगभग 1 लाख 25 हजार बच्चों, युवाओं और युवतियों को प्रतिवर्ष लाभान्वित कर रही है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् का अध्यक्ष होने के नाते यह उनके लिए गर्व का विषय है कि परिषद् द्वारा कुल 704 बच्चों को दत्तक ग्रहण के माध्यम से नया जीवन और परिवार प्रदान किया गया है। जिसमें 528 बच्चे देश में और 176 बच्चे विदेशों में गोद दिए जा चुके हैं। यह कार्य समाज के प्रति परिषद् की संवेदनशीलता और समर्पण को दर्शाता है। इस महान उपलब्धि के लिए परिषद् बधाई के पात्र हैं।
इस अवसर पर उन्होंने आहवान किया कि सब मिलकर एक ऐसे हरियाणा का निर्माण करें, जहाँ हर बेटी को सपने देखने और उन्हें पूरा करने का अधिकार मिले और जहाँ हर परिवार स्वस्थ, शिक्षित और सशक्त हो।
इससे पूर्व राज्यपाल ने इंद्रधनुष आडिटोरियम परिसर में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद और स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं को दर्शाते स्टाल्स का अवलोकन किया और योजनाओं के बारे में जानकारी ली।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि और हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्षा श्रीमती सुमन सैनी ने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् वर्ष 1971 से हरियाणा में बच्चें के लिए बेहतरीन सेवाएं प्रदान कर रही है। परिषद् बाल भवनों एवं लघु बाल भवनों के माध्यम से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए ज्ञान वर्धक एवं स्वास्थ्य वर्धक गतिविधियां चला रही हैं, जिनमें कंप्यूटर केंद्र, क्राफ्ट केंद्र, शिशु पालन केंद्र, बाल पुस्तकालय, मॉडल डे केयर केंद्र, प्रतिभा खोज कार्यक्रम आदि शामिल है। इसके अलावा परिषद द्वारा स्पेशल बच्चों के लिए प्रयास स्कूल, वर्चुअल क्लासेज, नशा मुक्ति केंद्र, परिवार परामर्श केंद्र चलाने के साथ साथ गरीब बच्चों के लिए ओपन शेल्टर होम भी चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा परिषद द्वारा गरीब एवं जरुरतमंद बच्चों के लिए कोचिंग एवं मार्गदर्शक कक्षाएं भी चलाई जा रही है।
श्रीमती सुमन सैनी ने कहा कि ‘‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार” कार्यक्रम का उदेश्य महिलाओं को सशक्त करने के साथ साथ उन्हें स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक करना है। एक स्वस्थ और सशक्त नारी घर की धुरी, परिवार की पालनहार और मजबूत समाज की निर्माता होती है, परंतु आज की भागदौड में महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ध्यान नही रख पाती। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करती हैं जिन्होने अपने जन्मदिन के अवसर पर मध्यप्रदेश के धार से ‘‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार” अभियान का शुभारंभ करके महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम उठाया है। उन्होंने सभी महिलाओं से आग्रह किया कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और अपने पडोस, गांव और शहरांे में भी महिलाओं को इस अभियान के बारंे में अधिक से अधिक जागरूक करें। उन्होने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2047 तक विकसित भारत के विजन को साकार करने में महिलाओं का अहम योगदान होगा।
इस अवसर पर बाल कुंज छछरौली के बच्चों द्वारा पोषण और स्वच्छता पर आधारित एक शानदार लघु नाटिका प्रस्तुत की गई।
इस मौके पर हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव श्रीमती सुषमा गुप्ता, राज्यपाल के सचिव श्री दुष्मंत कुमार बेहेरा, उपायुक्त श्री सतपाल शर्मा, कालका की विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा, हरियाणा विधानसभा के पूर्व स्पीकर श्री ज्ञानचंद गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री अजय मितल, शिवालिक विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री ओमप्रकाश देवीनगर सहित महिलाएं एवं बच्चे उपस्थित थे।
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