*Commissioner MC Chandigarh reviews key Municipal issues with PGIMER authorities: Asks to clear pending dues within two months*

*उपायुक्त ने मोरनी, कालका में भारी बरसात की वजह से हुए नुकसान का लिया जायजा*

*उपायुक्त ने ग्रामीणो ंको प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता देने का दिया आश्वासन*

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पंचकूला, 4 सिंतबर- उपायुक्त श्रीमती मोनिका गुप्ता ने आज ब्लाॅक मोरनी व कालका में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया। 

उपायुक्त ने कौशल्या डैम पर जाकर पानी के लेवल का चैक किया और संबंधित अधिकारी से डैम में स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने डैम ड्यूटी इंचार्ज एसडीओ को तुरंत प्रभाव से गेज लगवाने के निर्देश दिए। इसके उपरांत उन्होंने कामधेनू गौशाला के नजदीक झुग्गी में रहने वाले लोगों से बातचीत की और उन्हें प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।

उपायुक्त ने इसके उपरांत मोरनी ब्लाॅक के गांव थापली में हुए भूस्खलन व भूमि कटाव का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को इस पर शीघ्रता से कार्य करने के निर्देश दिए ताकि आवागमन बाधित ना हो। इसके उपरांत श्रीमती मोनिका गुप्ता मोरनी के गांव भूड में ग्रामीणों से मिली और बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने पब्लिक हैल्थ के कार्यकारी अभियंता को निर्देश दिए कि जहां आवश्यकता है वहां तुरंत प्रभाव से ग्रामीणों के लिए पीने का पानी कैंपर उपलब्ध करवाएं जाए। साथ ही उन्होंने प्राथमिकता के आधार पर बरसात की वजह से खराब हुए बुस्टर व मोटर को ठीक करवाने के निर्देश दिए ताकि पीने के पानी की सप्लाई सुचारू रूप से सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने भूड गांव में राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल व प्राइमरी स्कूल के भवन का भी निरीक्षण किया। ग्रामीणों की आरसी पुली बनाने की मांग पर उन्होंने ग्रामीणों को जल्द से जल्द बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने सिंचाई, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को अपने संबंधित क्षेत्र में जहां भी लैंड स्लाइड से सड़क बाधित व बरसाती पानी की वजह से सडक धसने वाले स्थान पर साइन बोर्ड और रिफ्लैक्टिव टेपस लगाने के निर्देश दिए ताकि आने जाने वालों को कोई असुविधा ना हो। उपायुक्त ने बारिश की वजह से घर को हुए नुकसान के बारे में एक किसान से बातचीत की और उनको सहायता देने का आश्वासन दिया।

उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधिकारी से टेलीफोन के माध्यम से बातचीत करके स्कूल का रास्ता खुलवाने के निर्देश दिए। उन्होंने एसडीएम पंचकूला को गांव भूड में लैंड स्लाइड की वजह से लोगों के घरों में हुए नुकसान का मौके का मुआयना कर रिपोेर्ट प्रस्तुत करने को कहा।

उपायुक्त ने ग्रामीणों से कहा कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। जिला प्रशासन की तरफ से हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।

इस अवसर पर एसडीएम चंद्रकांत कटारिया, एसडीएम कालका संयम गर्ग, सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता अनुराग गोयल, तहसीलदार कालका विवेक गोयल, बीडीपीओ विनय प्रताप, पीडब्लयूडी बी एंड आर के एक्शन, एसडीओ, थापली गांव के सरपंच सुनील कुमार, भूड गांव की सरपंच कमला देवी, नायब तहसीलदार मोरनी प्रद्युम्न, पटवारी असीम गोयल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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जिला प्रशासन द्वारा भारी बारिश को देखते हुए 5 सितंबर को जिले के सभी सरकारी व निजी शिक्षण संस्थान में अवकाश घोषित 

उपायुक्त ने अनावश्यक घर से बाहर न निकलने की जिलावासियों से करी अपील

संबंधित अधिकारियों से आदेश की अनुपालना तुरंत प्रभाव से सुनिश्चित करने के दिए निर्देश 

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पंचकूला, 4 सितंबर- उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की चेयरपर्सन श्रीमती मोनिका गुप्ता ने बताया कि पंचकूला जिले में भारी वर्षा के चलते सभी सरकारी एवं निजी स्कूल, काॅलेज, आईटीआई, बहुतकनीकी संस्थान, खेल स्टेडियम व आंगनवाड़ी केंद्रो में 5 सिंतबर 2025 (शुक्रवार ) को अवकाश रहेगा।

उन्होंने जिले के सभी नागरिकों, अभिभावकों, विद्यार्थियों एवं शिक्षकों से अपील की जाती है कि मौसम की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सतर्क रहें और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें। 

उपायुक्त ने बताया कि इस आदेश की अवेहलना करने वालों पर आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 के तहत कानूनी कार्रवाही अमल में लाई जाएगी। 

उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों से इस आदेश की अनुपालना तुरंत प्रभाव से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

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सुश्री अपर्णा भारद्वाज ने बच्चों के अधिकारों और कल्याण की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिले भर के सभी बाल देखभाल संस्थानों (सीसीआई) का किया नियमित मासिक निरीक्षण

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पंचकूला, 4 सितंबर। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-सह-सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए), पंचकूला, सुश्री अपर्णा भारद्वाज, बच्चों के अधिकारों और कल्याण की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिले भर के सभी बाल देखभाल संस्थानों (सीसीआई) का नियमित मासिक निरीक्षण करती रहती हैं।

इसी आदेश के तहत, सुश्री भारद्वाज ने हाल ही में पंचकूला के सेक्टर-15 स्थित शिशु गृह का दौरा किया, जहाँ इस संस्थान की प्रभारी सुश्री मिलन पंडित भी मौजूद थीं। निरीक्षण में कई गंभीर खामियाँ सामने आईं और संस्थान में रखे गए शिशुओं को दी जा रही देखभाल के स्तर पर गंभीर चिंताएँ जताई गईं।

निरीक्षण के दौरान, यह चौंकाने वाली बात सामने आई कि इस संस्थान में तैनात अधिकांश देखभालकर्ता छोटे बच्चों की ज़रूरतों के प्रति लापरवाह थे। अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने के बजाय, वे अपने मोबाइल फोन पर स्क्रॉल करते हुए देखे गए। यह उदासीन और लापरवाह रवैया न केवल गैर-पेशेवर था, बल्कि शिशुओं के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सीधा खतरा भी पैदा करता था।

सबसे चिंताजनक अवलोकनों में से एक एक शिशु की हालत थी, जिसने अपने पालने में उल्टी कर दी थी और उसे अकेला छोड़ दिया गया था। बच्चा बिना साफ़ किए, उल्टी के साथ पड़ा हुआ पाया गया, उसके चेहरे और बालों पर उल्टी लगी हुई थी। उसी कमरे में मौजूद केयरटेकर सुश्री सुरिंदर, शिशु की देखभाल करने के बजाय अपने मोबाइल फोन में व्यस्त थीं। एक अन्य घटना में, एक अन्य शिशु (नाम ज्ञात नहीं) की पैंट गीली पाई गई, फिर भी केयरटेकर ने कोई ध्यान नहीं दिया। ये घटनाएँ स्पष्ट रूप से स्टाफ सदस्यों की चिंताजनक लापरवाही को दर्शाती हैं, जो अपनी देखभाल में सौंपे गए बच्चों के कल्याण की बजाय अपने फोन में अधिक रुचि रखते दिखाई दिए।

कर्मचारियों की लापरवाही के अलावा, निरीक्षण में सुविधा में बुनियादी ढाँचे की कमियों को भी उजागर किया गया। स्वागत क्षेत्र और प्रभारी के कमरे की छत से पानी टपक रहा था, जिससे एक अस्वास्थ्यकर और असुरक्षित वातावरण बन रहा था। इसके अलावा, यह भी चिंताजनक था कि सुविधा केंद्र में लगे कई सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। अधिकारियों द्वारा कैमरों की मरम्मत या बदलने के बार-बार निर्देश देने के बावजूद, स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। सीसीटीवी निगरानी का अभाव ऐसे संवेदनशील संस्थान में निगरानी और जवाबदेही को काफी हद तक कमज़ोर करता है।

सुश्री भारद्वाज ने ज़ोर देकर कहा कि यह पहली बार नहीं है जब शिशु गृह, सेक्टर-15, पंचकूला के कामकाज में गंभीर विसंगतियाँ सामने आई हैं। इससे पहले भी, कमियों की ओर इशारा किया गया था और उपायुक्त, पंचकूला को एक विस्तृत पत्र (संख्या 4301 दिनांक 06.05.2025) लिखा गया था। हालाँकि उस पत्र के बाद कुछ अस्थायी सुधार किए गए थे, लेकिन वर्तमान निरीक्षण से स्पष्ट रूप से संकेत मिलता है कि कर्मचारी अपनी लापरवाही और लापरवाही पर लौट आए हैं।

मामले की गंभीरता को देखते हुए, सुश्री भारद्वाज ने एक बार फिर महिला एवं बाल विकास विभाग (डब्ल्यूसीडी) के सचिव को पत्र लिखकर शिशुओं की दुर्दशा और कर्मचारियों की बार-बार की गई चूक पर प्रकाश डाला है। अपने पत्र में, उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया है कि इस सुविधा केंद्र में रहने वाले शिशुओं का कल्याण खतरे में है और उनकी सुरक्षा एवं उचित देखभाल सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने आवश्यक हैं। उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि कर्मचारियों के लापरवाह रवैये पर लगाम लगाने और संस्थान के कामकाज में जवाबदेही लाने के लिए संबंधित ज़िला-स्तरीय अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण तेज़ किए जाएँ।

सुश्री भारद्वाज ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए लापरवाह कर्मचारियों पर कड़ी निगरानी और अनुशासनात्मक कार्रवाई ज़रूरी है। बच्चों, विशेषकर उन शिशुओं का कल्याण, जो पूरी तरह से अपने देखभालकर्ताओं पर निर्भर हैं, सभी संस्थानों और उनकी सुरक्षा के लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।

सुश्री भारद्वाज ने कहा कि डीएलएसए पंचकूला बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराती है कि बाल देखभाल संस्थान कानून, गरिमा और करुणा के अनुसार काम करें।

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*फसल अवशेष प्रबंधन स्कीम के तहत विभिन्न कृषि यंत्रो पर 50 प्रतिशत अनुदान देने के लिए आॅनलाईन ड्राॅ का किया गया आयोजन*

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पंचकूला, 4 सिंतबर –उपायुक्त मोनिका गुप्ता के मार्गदर्शन में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, हरियाणा, द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन स्कीम के तहत व्यक्तिगत श्रेणी के अंतर्गत विभिन्न कृषि यंत्रो पर अधिकतम 50 प्रतिशत अनुदान देने के लिए आॅनलाईन ड्राॅ का आयोजन किया गया। यह ड्राॅ जिला स्तरीय कमेटी सिटी मेजिस्ट्रेट, जागृति की अध्यक्षता में किया गया। 

इस अवसर पर सहायक कृषि अभियन्ता, ओमप्रकाश महिवाल ने बताया कि यह ड्राॅ आॅनलाईन माध्यम से विभागीय पोर्टल पर किया गया व इस ड्राॅ में स्कीम अनुसार डीएलटीसी द्वारा किसानों के सामने चार ट्रायल किए गए। जिलें में किसानों ने 147 मशीनों के लिए 20 अगस्त तक विभागीय पोर्टल पर आॅनलाईन आवेदन किया था, जिसमें 51 किसानों का चयन किया गया है व जिन किसानों का चयन किया गया है उन किसानों की सूचि सहायक कृषि अभियन्ता के कार्यालय में लगा दी गई है ताकि कोई भी किसान चयन के लिए अपना नाम देख सकता है। 

उन्होने बताया कि जिन किसानों का चयन हुआ है, वे किसान अपने कागजात 7 सितंबर तक सहायक कृषि अभियन्ता के कार्यालय में जमा करवाएं। मशीन खरीदने के लिए विभाग द्वारा 25 सितंबर अंतिम तारीख तय की गई है और 30 सितंबर तक सभी किसान मशीन खरीदने के बाद अपने बिल विभागीय पोर्टल पर अपलोड करवाएं।

इस अवसर पर जिला स्तरीय कमेटी के सदस्य डाॅ0 सुरेन्द्र यादव, उप कृषि निदेशक, डाॅ0 ओमप्रकाश महिवाल, सहायक कृषि अभियन्ता, डाॅ0 अशोक शर्मा, जिला बागवानी अधिकारी व जी0एस0टी0 अधिकारी डीईटीसी व किसानों ने भाग लिया।

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