*Chandigarh Shines in Swachh Survekshan 2024–25; Enters the Super Swachh League Cities*

बच्चों में कुपोषण से बचाव के लिए एलबेंडाजोल की खुराक देना जरूरी : उपायुक्त

सिरसा, 22 जुलाई। 


               पेट में कीड़े होना बच्चे के शारीरिक विकास में बाधा उत्पन्न करता है। पेट के कीड़ों का शिकार बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाता है। इस बीमारी से बचाव के लिए बच्चों को एलबेंडाजोल दवा की खुराक दी जानी जरूरी है। लोगों में पेट के कीड़े की दवा के प्रति जागरूकता जरूरी है, ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को एलबेंडाजोल की खुराक दी जा सके। 

उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कृमि मुक्ति दिवस को लेकर अधिकारियों के साथ की बैठक


यह बात उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने आज कृमि मुक्ति दिवस के तहत कैंप कार्यालय में आयोजित अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर एसडीएम सिरसा श्रीमती शालिनी चेतल, सीएमओ डॉ. गोबिंद गुप्ता, पीओआईसीडीएस डॉ. दर्शना सिंह सहित कार्यक्रम से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे। 


                 उपायुक्त ने कहा कि कृमि मुक्ति दिवस मनाए जाने का मु य उद्ेश्य बच्चों में पेट के कीड़ों की बीमारी से मुक्त करना है। यह बीमारी बच्चों में शारीरिक कमजोरी उत्पन्न करती है, जिससे बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाता है। स्वास्थ्य से जुड़ा होने के कारण यह सभी के लिए जरूरी है कि कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर बच्चों को एलबेंडाजोल(पेट के कीड़े मारने की दवा) की खुराक दिए जाने बारे चलाए जाने वाले अ िायान को सफल बनाने के लिए सहयोग करें। उन्होंने कहा कि इस अभियान में शिक्षा व आंगनवाड़ी की मु य भूमिका रहेगी। आंगनवाड़ी विभाग जहां अपने वक्र्स के माध्यम से बच्चों को कृमि मुक्ति बारे दी जाने वाली खुराक दिलवाने में पूरे तालमेल के साथ सहयोग करें। इसी प्रकार स्कूल में अध्यापक स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा बच्चों को एलबेंडाजोल की खुराक दिलवाने में सहयोग करें। 

कहा एलबेंडाजोल(पेट के कीड़े मारने की दवा) दवा के फायदे के प्रति लोगों करें जागरूक


                 उन्होंने कहा कि जिला का कोई भी बच्चा एलबेंडाजोल की खुराक से छूटे ना। राजकीय स्कूलों, निजी स्कूलों तथा आंगनवाड़ी केंद्रों के साथ-साथ आई.टी.आई. तथा अन्य राजकीय कॉलेज जिसमें 19 वर्ष तक की आयु के छात्र-छात्राएं शिक्षा ले रहे हो उनको भी यह दवाई नि:शुल्क वितरित की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला में ईंट भट्टों, भवन निर्माण ऐरिया व स्लम एरिया में जहां श्रमिक कार्य कर रहे हो, उनके एक से उन्नीस वर्ष के बच्चों को नि:शुल्क दवा उक्त कृमि मुक्त दिवस के अवसर पर खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि पेट में कीड़ों की समस्या से बहुत से बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं, इससे निजात पाने के लिए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जा रहा है। 

Watch This Video Till End….               

सिविल सर्जन डा. गोबिंद गुप्ता ने बताया कि बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवाई देने का मु य उद्ेश्य उन्हें कुपोषण का शिकार होने से बचाना है। उन्होंने कहा कि एलबेंडाजोल टैबलेट खाने से वैसे तो कोई नुकसान नहीं है पर फिर भी अगर किसी बच्चे में डर है या उसे खाने से कोई दिक्कत लगती है तो वे हैल्पलाईन न बर पर स पर्क कर सकते हैं। उन्होंने सभी अभिभावकों से आह्वïान किया कि कृमि मुक्त दवाई लेने में बच्चों को तैयार करें, किसी प्रकार का भय या डर उनके मन में न पनपने दें। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के डा. बुधराम ने कीड़े मारने की दवाई के बारे में विस्तार से बताया तथा जिन बच्चों के पेट में कीड़े होते हैं उनके लक्षणों के बारे में भी जानकारी दी। 

Watch This Video Till End….

0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply