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पेड़ पौधों का मानव जीवन में विशेष महत्व है, यदि हम आने वाली पीढिय़ों को समृद्घ देखना चाहते हैं और उन्हें स्वस्थ रखना चाहते हैं तो हमें अधिक से अधिक पेड़ पौधे उगाने के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों का भी सोच समझ कर इस्तेमाल करना होगा – उपायुक्त

सिरसा, 17 जुलाई।

उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग सीडीएलयू परिसर में पौधारोपण करते हुए

 पेड़ पौधों का मानव जीवन में विशेष महत्व है, यदि हम आने वाली पीढिय़ों को समृद्घ देखना चाहते हैं और उन्हें स्वस्थ रखना चाहते हैं तो हमें अधिक से अधिक पेड़ पौधे उगाने के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों का भी सोच समझ कर इस्तेमाल करना होगा। पेड़ में ऑक्सिजन देते हैं और कार्बनडाई ऑक्साईड को सोखते हैं। अनेक औषधीय पौधे मानव जीवन को सर्वश्रेष्ठï बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 

कुलपति प्रो. विजय कायत सीडीएलयू के बहुउद्देशीय हॉल के प्रांगण में पौधारोपण करते हुए


                        ये विचार उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने आज स्थानीय चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के प्रांगण में पौधारोपण करने के उपरांत वहां पर उपस्थित विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों एवं गैर शिक्षक अधिकारियों व कर्मचारियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। विश्वविद्यालय के इंफरमेशन सैंटर एवं गाईडेंस ब्यूरो में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए उपायुक्त ने कहा कि भारतीय संस्कृति विश्व की सर्वश्रेष्ठï संस्कृति है और इस संस्कृति में पेड़ पौधों को देवी देवता की संज्ञा दी गई है। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों व गैर सरकारी संगठनों को पौधारोपण के कार्य में बढचढ कर भाग लेना चाहिए ताकि स्वस्थ वातावरण कायम रह सके। उन्होंने कहा कि चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय प्रशासन इस कार्य के लिए बधाई का पात्र है और उम्मीद जाहिर की कि विश्वविद्यालय परिसर की हरियाली न केवल विश्वविद्यालय के सौदर्यकरण में वृद्घि करेगी बल्कि कहीं न कहीं यह नेक कार्य सिरसा जिले को प्रदूषण मुक्त करने में सहायक होगा। 

पुलिस अधीक्षक डा. अरुण सिंह सीडीएलयू प्रांगण में पौधारोपण करते हुए


                        इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. विजय कायत ने कहा कि सांवन माह के प्रथम सप्ताह में 17 से 23 जुलाई तक चलने वाले इस पौधारोपण अभियान में हजारों पौधे विश्वविद्यालय परिसर में लगाए जाएंगे। इस नेक कार्य की शुरुआत जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा करवा कर उन्हें हर्ष का अनुभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं को इस नेक कार्य में बढचढ कर भाग लेना होगा और इसी उद्देश्य से प्राध्यापकों के साथ-साथ गैर शिक्षककर्मी, शौधार्थी  व विद्यार्थी भी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि पिपल व बड़ जैैसे वृक्ष न केवल हमें छांव देते हैं बल्कि ऑक्सिजन प्रदान करके हमारे शरीर को रोगमुक्त बनाते हैं और इसी लिए अनेक पुराणों में भी वृक्षों के महत्व को अंकित किया गया है।  कुलपति ने कहा कि वृक्षारोपण मानव समाज का सांस्कृतिक दायित्व भी है, क्योंकि वृक्ष हमारे जीवन को सुखी व संतुलित बनाते हैं। 


                        इस कार्यक्रम में विशिष्ठï अतिथि के रुप में बोलते हुए सिरसा के पुलिस अधीक्षक डा. अरुण सिंह ने कहा कि पेड़ पौधों से न केवल हमारी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति होती है बल्कि जीवन से लेकर मृत्यु तक ये मानव का साथ देते हैं। भारतीय संस्कृति में वृक्षों को देवता की संज्ञा दी गई है क्योंकि ये केवल देने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि कई ऐसे वृक्ष हैं जिन्हें हमारे हिंदु धर्म में ईश्वर का निवास स्थान माना गया है। नीम, पिपल, आंवला, बरदगत आदि के वृक्ष शास्त्रों के अनुसार पूजनीय है। आदीकाल में वृक्ष से ही मनुष्य की भोजन की पूर्ति होती थी और वृक्ष के आसपास रहने से जीवन में मानसिक संतुलन और संतुष्टिï मिलती थी। 


                        इस अवसर पर मंच का संचालन डा. सुरेंद्र ने किया और मुख्य अतिथि को कुलपति द्वारा बुके भेंट किये गए। विशिष्ठï अतिथि को प्रो. विष्णु भगवान ने बुके भेंट किया जबकि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कायत को विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. राकेश वधवा ने बुका भेंट किया। विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों तथा गैर शिक्षक कर्मचारियों ने कार्यक्रम की शोभा बढाई। मुख्य अतिथि उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग, विशिष्ठï अतिथि पुलिस अधीक्षक डा. अरुण सिंह, कुलपति प्रो. विजय कायत व उनकी धर्मपत्नी डा. निर्मला कायत व कुलसचिव ने प्रांगण में त्रिवेणियां लगाई।

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