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पराली जलाने पर रोक के लिए मुस्तैदी से कार्य करें अधिकारी : डीसी अशोक गर्ग

सिरसा, 9 नवंबर।

पराली जलाने के दोषी व्यक्ति पर तुरंत करें एफआईआर दर्ज


                  उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि सभी अधिकारी पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए अपनी जिम्मेदारी को मुस्तैदी से निभाएं और यह सुनिश्चित करें कि जिला में एक भी स्थान पर पराली में आग न लगने दी जाए। जो भी व्यक्ति इन आदेशों की अवहेलना करता पाया जाता है उसके खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करवाई जाए और चालान किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश किया है कि वे लगातार पटवारियों, ग्राम सचिवों व सरपंचों के सम्पर्क में रहें। फसल कटाई सम्पन्न होने तक सभी अधिकारी एक्शन मोड में रहें, गांवों का औचक निरीक्षण करें। अगर किसी किसान के खेत में पराली जलती मिले तो संबंधित व्यक्तियों पर तुरंत एफआईआर दर्ज करें।


                      वे शुक्रवार को लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में जिला में पराली जलाने की घटनाओं की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में एसडीएम सिरसा जयवीर यादव, एसडीएम कालावंाली निर्मल नागर, एसडीएम ऐलनाबाद संयम गर्ग, एसडीएम डबवाली डा. विनेश कुमार, नगराधीश कुलभूषण बंसल, जिला राजस्व अधिकारी राजेंद्र कुमार, सभी तहसीलदार, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी, सचिव मार्केट कमेटी व कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद थे।


                      उन्होंने कहा कि कंबाइन हारवेस्टर पर चालू हालत में एसएमएस (सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम) लगा होना सुनिश्चित करेंगे। एसएमएस युक्त कंबाइन से कटाई करने पर शेष बचे फसल अवशेष को आग लगाने की आवश्यकता नहीं रहती है। उन्होंने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली का किराया कृषि विभाग तथा डीजल का खर्च संबंधित किसान द्वारा वहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्राम सभाओं की बैठकों में किसानों को फसल अवशेष जलाने से भूमि उर्वरता पर पडऩे वाले दूष्प्रभावों के बारे में बताएं तथा फसल अवशेष प्रबंधन के कृषि यंत्रों की भी लगातार जानकारी दें। उन्होंने कहा कि किसानों को पराली न जलाने के संबंध में और अधिक जागरूक करने के लिए कृषि विभाग के माध्यम से सरपंचों व नंबरदारों के सहयोग से गांवों में जागरूकता शिविर लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति पराली जलाने की सूचना प्रशासन को देगा उसे एक हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा तथा सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम भी गुप्त रखा जाएगा।


                      संवेदनशील चिन्हित 30 गांवों पर रहेगी अधिकारियों की कड़ी नजर

 पराली जलाने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा 30 गांव चिह्निïत किए गए हैं जिनमें सिरसा उपमंडल के गांव भावदीन, नरेलखेड़ा, पतली डाबर, जोधकां, सिकंदरपुर, बाजेकां, रसूलपुर, झोरडऩाली, चामल, मंगाला, मल्लेकां, माधोसिंघाना, ऐलनाबाद उपमंडल के गांव रानियां, ओटू, अभोली, करीवाला, बणी, भड़ोलियांवाली, अमृतसर / प्रतापनगर, बाहिया, हारणीखुर्द, जीवन नगर, ठोबरियां, ममेरां, कुत्ताबढ़, तलवाड़ाखुर्द, उपमंडल कालांवाली के गांव रोड़ी, उपमंडल डबवाली के गांव लोहगढ, अबूबशहर तथा गांव देसूजोधा शामिल है।

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