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अवैध रूप से संचालित चिकित्सा प्रतिष्ठान पर की छापेमारी

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पंचकूला, 6 मई  सिविल सर्जन डॉक्टर मुक्त कुमार के निर्देशानुसार टीम द्वारा छापामारी की गई। स्वास्थ्य विभाग पंचकूला द्वारा एक  शिकायत पर त्वरित संज्ञान लेते हुए गांव सुकेत्री, पंचकूला में “बंगाली क्लिनिक” नामक एक अवैध रूप से संचालित चिकित्सा प्रतिष्ठान पर छापेमारी की गई।  जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी पत्नी व उन्होने एक झोलाछाप डॉक्टर तुषार साहा से गर्भपात के लिए संपर्क किया था। तुषार साहा, जो कि “बंगाली क्लिनिक” नामक एक बिना लाइसेंस क्लिनिक चला रहा था, ने एमटीपी किट उपलब्ध करवाई, जिसके उपयोग के बाद महिला की स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई। पीड़िता को तुरंत सिविल अस्पताल सेक्टर 6 पंचकूला में भर्ती किया गया और हालत बिगड़ने पर पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ रेफर किया गया, जहां उसकी जीवनरक्षक सर्जरी (लैपरोटॉमी व हिस्टरेक्टॉमी) की गई।जांच के दौरान आरोपी क्लिनिक पर मौजूद पाया गया और टीम द्वारा पहचान बताने के बाद पूरी परिसर की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान भारी मात्रा में एलोपैथिक दवाइयों का अवैध भंडारण पाया गया। पूछताछ में तुषार साहा ने स्वीकार किया कि उसने गर्भावस्था की समाप्ति हेतु एमटीपी किट प्रदान की थी और स्वयं मरीज को एक अन्य निजी क्लिनिक, मोहाली (पंजाब) ले जाकर अबॉरशन करवाया था। पूछे जाने पर वह कोई वैध चिकित्सा डिग्री या मान्यता प्राप्त मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी (MTP) केंद्र का लाइसेंस प्रस्तुत नहीं कर पाया।वह केवल एक आयुर्वेदिक प्रैक्टिशनर एसोसिएशन द्वारा जारी प्रमाण-पत्र (HR-001-2020-00630) दिखा सका, जो उसे इस प्रकार की चिकित्सीय गतिविधि के लिए अधिकृत नहीं करता। उसकी संलिप्तता भारतीय विधियों के गंभीर उल्लंघन में पाई गई है, जिनमें एमटीपीअधिनियम की धाराएं 3, 4, 5, भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 318 व 120(बी), एवं राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) अधिनियम की धारा 34 शामिल हैं।

उक्त व्यक्ति के विरुद्ध थाना एमडीसी, पंचकूला को एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्यवाही प्रारंभ करने हेतु पत्र प्रेषित किया गया है। स्वास्थ्य विभाग पंचकूला आमजन से अपील करता है कि वे केवल पंजीकृत चिकित्सकों से ही परामर्श लें और किसी भी संदिग्ध, अवैध अथवा बिना लाइसेंस चिकित्सा सेवाओं की जानकारी विभाग को तुरंत दें, ताकि समय रहते कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके और नागरिकों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जा सके।

टीम में डॉ. मीनू सासन (नोडल अधिकारी, एमटीपी), डॉ. अरूणदीप सिंह (नोडल अधिकारी, पीसी-पीएनडीटी), डॉ. विकास गुप्ता (नोडल अधिकारी, एआरटी एवं सरोगेसी), श्री उमेश चंद्र (जिला औषध नियंत्रक) एवं डॉ. लक्ष्मी (प्रभारी, पीएचसी ओल्ड पंचकूला) शामिल थे।

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