*MCC Fire and Rescue Committee reviews monsoon preparedness and Fire Safety initiatives*

तृतीय राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ सम्पन्न

सिरसा, 10 नवंबर।


              सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि जीवन में आगे बढऩे और सफलता प्राप्त करने के लिए तंदुरुस्त शरीर में एक स्वस्थ मन का होना बहुत ही जरूरी है। किसी भी महत्वपूर्ण लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उस पर ध्यान केंद्रीत करने के लिए मानसिक और बौद्धिक स्वास्थ्य का होना बहुत आवश्यक है। खेल खेलना उच्च स्तर का आत्मविश्वास जगाता है तथा वह हमें अनुशासन सिखाता है, जो हमारे साथ जीवन भर रहता है।


              वे आज स्थानीय शहीद भगत सिंह स्टेडियम में तृतीय राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ के अंतर्गत जिला सिरसा ने बॉस्केटबाल व जुड़ो प्रतियोगिता की मेजबानी की है। पारितोषिक वितरण समारोह की अध्यक्षता उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने की। इस मौके पर खेलों के नोडल अधिकारी एवं एसडीएम सिरसा जयवीर यादव, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण कुमार बेनीवाल सहित भारी संख्या में खिलाड़ी व उनके कोच मौजूद थे।


              सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार की नीतियों खेलों में आगे बढाने में सहयोग कर रही है और इस दिशा में सरकार द्वारा और अधिक प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गांवों में व्यायामशालाएं व स्टेडियम बना कर युवाओं में नशे जैसी लत को छोड़ कर खेलों से जोडऩे का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य, राष्टï्रीय व अंतर्राष्टïीय स्तर पर विजेता खिलाडिय़ों का पूरा मान सम्मान कर रही है। उन्होंने पद्मश्री अवार्डी वालीवॉल खिलाड़ी अरुणिमा सिन्हा के संघर्ष का किस्सा भी सुनाया कि कैसे उन्होंने हादसे में अपना पैर गवाया और फिर भी होंसला न हारते हुए माउंट एवरेस्ट फतेह किया। अब अरुणिमा सिन्हा ने दुनिया की अन्य बड़ी चोटियों पर चढने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने सभी टीमों के कोच को बधाई देते हुए कहा कि कोच टीम की ताकत होते हैं, कदम कदम पर खिलाडिय़ों काम मार्ग दर्शन करते हैं।


              उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने सांसद सुनीता दुग्गल का स्वागत किया और उन्होंने खेलों के सफल समापन के लिए खिलाडिय़ों, कोच व आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ आत्मा का निवास होता है। यदि आप शारीरिक रुप से तंदरुस्थ हैं तो कठिन से कठिन मंजिल प्राप्त की जा सकती है। खेल के समय में खिलाड़ी में एकाग्रता होनी बहुत जरूरी है। जब तक खिलाड़ी एकाग्र होकर खेल में नहीं रमते है तब तक कामयाबी नहीं मिल सकती। खेलों से बच्चे एकाग्रता सीखते हैं और एकाग्रता से पढाई या कोई अन्य लक्ष्य दूर नहीं रहता। एकाग्रता की भावना खेल से ही मिलती है। खेल हमारे सर्वांगीण विकास के लिए बहुत ही बेहतरीन टॉनिक है। बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खेल बहुत ही आवश्यक हैं। उन्होंने खिलाडिय़ों से अपील की कि वे अपने काम, मेहनत, एकाग्रता व खेल से अन्य बच्चों को भी प्रेरित करें। उपायुक्त ने कहा कि खेलना हमारे, आत्मविश्वास के स्तर का निर्माण करता है और आगे बढने की प्रेरणा देता है। इस अवसर पर सांसद सुनीता दुग्गल एवं उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने बास्केटबाल व जुड़ो के फाईनल मैचों को भी देखा तथा विजेता खिलाडिय़ों को पुरस्कृत किया। उन्होंने रोहतक व सोनीपत तथा कैथल व करनाल की टीमों का बास्केटबाल का मैच भी देखा।


              इस मौके पर मंडल बाल कल्याण अधिकारी कमलेश चाहर, जिला बाल कल्याण अधिकारी पूनम नागपाल, वरिष्ठï भाजपा नेता प्रदीप रातुसरिया, पार्षद सुमन शर्मा, राजेश शर्मा, वरिष्ठï नागरिक एसोसिएशन के अध्यक्ष लालचंद गोदारा सहित विभिन्न जिलों से आए खिलाड़ी व कोच मौजूद थे। 

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