जब महिलाएं बिना दबाव के निर्णय लेने में सक्षम होगी तभी वास्तव में सशक्त होंगी-राकेश कुमार आर्या

इंडियन ऑयल होंसले की उड़ान’ उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित हुए असाधारण व्यक्तित्व

सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए गए आयोजित

चंडीगढ़, 20 सितंबर-

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टैगोर थिएटर आज उस समय जीवंत हो उठा जब जीवन में अनेकों चुनौतियों के बावजूद सफलता प्राप्त करने वाले असाधारण व्यक्तियों को भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच प्रतिष्ठित ‘इंडियन ऑयल हौंसले की उड़ान’ उत्कृष्टता अवार्ड से सम्मानित किया गया।  
पी.जी.आई.एम.आर चंडीगढ़ के
उप निदेशक प्रशासन (डीडीए) व
वरिष्ठ आई.ए.एस अधिकारी  पंकज राय, जो इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे, ने विजेताओं को अवार्ड प्रदान किए। इस कार्यक्रम का आयोजन कर्तव्यनिष्ठ एनजीओ द्वारा किया गया था।

पुरस्कार समारोह की शुरुआत गणेश वंदना से हुई, जिसके बाद रंगारंग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। हिमाचली लोक नृत्य ‘नाटी’ की मोहक प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। इसके बाद जोशीला भांगड़ा भी प्रस्तुत किया गया। एक नाटक, जिसमें नशीली दवाओं को छोड़ने का सशक्त संदेश था, इस कार्यक्रम का एक और मुख्य आकर्षण था, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इसके बाद, विजेताओं को अवार्ड दिए गए और दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। इस अवसर पर एन.एस.एस. के वालंटियर्स ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम में जोश भर दिया।  
अवार्ड वितरण के बाद मुख्य अतिथि पंकज राय ने कहा कि यहां आकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है और इस कार्यक्रम ने सभी उपस्थित लोगों को प्रेरित किया है। ऐसे कार्यक्रम बड़े स्तर पर आयोजित होने चाहिए ताकि और अधिक लोगों को मान्यता मिल सके और वे जीवन में अच्छा करने की प्रेरणा प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि वे देख रहे हैं कि कर्तव्यनिष्ठ पिछले एक दशक से सामाजिक कार्यों में लगी हुई है। इसके संयोजक संजीव राणा भी ‘एक ईंट शहीद के नाम’ अभियान के तहत शहीदों के लिए कार्य कर रहे हैं।

संजीव राणा ने कहा कि विजेताओं का अदम्य साहस और उच्च मनोबल कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जिससे अन्य लोगों को अपने जीवन में धैर्य बनाए रखने और अच्छे कार्यों के लिए प्रेरित किया जा सके। इस कार्यक्रम के माध्यम से हम इन प्रेरक कहानियों को साझा कर संघर्षों को पार करने की आशा और प्रेरणा देना चाहते हैं।

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विशिष्ट अतिथियों में शामिल थे
चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा, पंजाब विश्वविद्यालय के डीन (छात्र कल्याण) अमित चौहान, चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर की प्रिंसिपल संगीता मेहता बग्गा, एन.एस.एस. के यूटी राज्य संपर्क अधिकारी डॉ. नेमी चंद, श्री राम ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन तक्ष मित्तल और कसौली इंटरनेशनल स्कूल की वाइस प्रिंसिपल पूनम कुमारी। कार्यक्रम के दौरान पंकज ने मॉडरेटर की भूमिका निभाई।

ये थे अवार्डी
कार्यक्रम के दौरान, साधारण लोगों की प्रेरणादायक कहानियों को लघु वीडियो के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। पुरस्कार विजेताओं की सूची में बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश के 100% दृष्टिहीन दो भाइयों, अश्वनी और राज कुमार का नाम शामिल है, जो अपनी खुद की किराने की दुकान सफलतापूर्वक चला रहे हैं।  
45 वर्षीय अमृतसर निवासी रवि कुमार की कहानी भी इसमें शामिल है, जिन्होंने कभी सब्जी की दुकान पर काम किया था, और अब रूपनगर में अपनी खुद की फार्मास्यूटिकल कंपनी चला रहे हैं।  
चंडीगढ़ की आर्किटेक्ट शावी गर्ग, जो बचपन से ही मूक-बधिर हैं, अपनी खुद की कंपनी सफलतापूर्वक चला रही हैं। वह जुड़वां बच्चों की मां हैं और अपने अदम्य साहस के लिए पुरस्कार से सम्मानित की गईं। उनके पति रोमल गर्ग, जो समान चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, पंजाब सरकार में मोहाली में टाउन प्लानर के रूप में कार्यरत हैं।  
अन्य पुरस्कार विजेता हैं कुंवर रविंदर, जो पूर्व सैनिकों, शहीदों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता हैं।  
इसके अलावा, मोहाली के दो उद्यमी कुणाल खुराना और मृणाल खुराना, जिन्होंने 12 साल पहले एक छोटे से कमरे से सॉफ्टवेयर विकास कंपनी की शुरुआत की थी और अब इसे 9 करोड़ रुपए के वार्षिक टर्नओवर वाली कंपनी बना दिया है, जो 150 लोगों को रोजगार प्रदान करती है।  
चंडीगढ़ बाइट्स के लोकप्रिय सोशल मीडिया हैंडल के मालिक चंदन सानवाल, जिन्होंने डिजिटल क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है और अपनी विशेष पहचान बनाई है, को भी सम्मानित किया गया।