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व्यापार के क्षेत्र में मुकाम हासिल करने की दिशा में देश बढ रहा आगे : प्रो. गणेशीलाल

 
सिरसा, 10 जुलाई। 

उड़ीसा के राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल


उड़ीसा के महामहिम राज्यपाल प्रो.गणेशीलाल ने कहा कि हमारा देश विभिन्न क्षेत्रों के साथ-साथ व्यापार के क्षेत्र में भी सही दिशा में आगे बढ रहा है और जल्द ही हम इस क्षेत्र में मुकाम हासिल करेंगे।
वे गत सायं डिंग मोड़ पर स्थित सांझ केशल पैलेस में आयोजित समारोह में पहुंचे। यहां पहुंचने पर राज्यपाल का सांझ पैलेस के मालिक व नरेलखेड़ा के सरपंच कुलवंत सिंह सहित उपस्थित सभी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस अवसर पर भाजपा युवा नेता मनीश सिंगला, राजेन्द्र देसुजोधा भी उपस्थित थे। 
राज्यपाल प्रो0 गणेशी लाल ने कहा कि आज जिस मुकाम पर मैं आज हूं यह सभी आप लोगों के आशीर्वाद व दुआओं का ही असर है। भले ही मैं उड़ीसा रहता हूं लेकिन आप लोगों का प्यार हमेशा मेरे साथ रहता है और इसी के चलते मैं यहां पर आता रहता हूं। उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भाईचारा व सद्भावना हमारे देश की प्राचीन संस्कृति का हिस्सा रहा है और आज भी इसी के बलबूते हिंदुस्तान एकता के प्रतीक के रूप में दूसरों के लिए उदाहरण है। 

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उन्होंने कहा कि आज देश विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढते हुए नई ऊंचाईयों को छू रहा है। व्यापार के क्षेत्र में भारत सिरमौर बने इसके लिए सही दिशा में कार्य हो रहा है, ताकि भारत में बनने वाले सामान का विश्व स्तर पर व्यापार हो सके। जल्द ही ऐसा समय आएगा जब हमारा देश व्यापार के क्षेत्र में विश्व स्तर पर मुकाम हासिल करेगा। राज्यपाल ने उड़ीसा की सभ्यता एवं संस्कृति का जिकर करते हुए बताया कि वहां के लोग बड़े मेहनती व ईमानदार है। 


प्रो. गणेशी लाल ने कहा कि भारत एक सूफी-संतों, महात्माओं व गुरूओं का देश है। हिंदुस्तान की धरती पर गुरू नानकदेव, गुरू अर्जुनदेव, गुरू दशमेश, मीराबाई,रामकृष्ण परमहंस जैसे अनेकों महापुरूषों नें जन्म लिया है। अध्यात्म के बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है, इसलिए मनुष्य को अध्यात्मिक होते हुए जरूरतमंदों की सेवा का भाव अपने मन में रखना चाहिए। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि शुद्घ एवं सात्विक लोगों का शासन हो और सभी लोग मिलजुल कर संतोषप्रिय जीवन जिएं, ताकि भारत विश्वगुरू बनने की ओर अग्रसर हो। 
इस अवसर पर डिंग मोड़ के सरपंच श्री प्रीत सिंह, बग्गुवाली के श्री लखबीर सिंह, पतलीडाबर के सरपंच भोलाराम, मौजूखेड़ा के सरपंच प्रतिनिधि कुलबीर सिंह, खुहवाली के सरपंच प्रतिनिधि महेन्द्र सिंह,भावदीन के सरपंच गुरजीत सिंह के साथ-साथ आसपास के गांवों के सरपंच व सरपंच प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में आसपास के क्षेत्र से काफी लोग उपस्थित थे। 

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राज्य स्तरीय समारोह में राज्यपाल ने इस उपलब्धि के लिये उपायुक्त पंचकूला को 2 लाख रुपये के न्यूट्रिशन अवार्ड से किया सम्मानित

राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य रैड बिशप पंचकूला में आयोजित राज्य स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम में विशेष उपलब्धियों के लिये उपायुक्तों और महिलाओं को सम्मानित करते हुए।

पंचकूला, 8 मार्च-

हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य ने आज रेड बिशप पंचकूला में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश की 23 महिलाओं को अलग-अलग क्षेत्र में विशेष उपलब्धियों के लिये पुरस्कृत किया। उन्होंने पोषण स्तर में सुधार तथा घटते लिंगानुपात में सुधार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले जिलों के उपायुक्तों को भी नकद न्यूट्रिशन अवार्ड से सम्मानित किया। पंचकूला जिला को पोषण स्तर सुधार में प्रथम पुरस्कार मिला है, जिसके लिये राज्यपाल ने पंचकूला उपायुक्त डाॅ0 बलकार सिंह को 2 लाख रुपये का न्यूट्रिशन अवार्ड देकर सम्मानित किया। इस समारोह में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कविता जैन, सांसद रतनलाल कटारिया सहित प्रदेश व जिला के वरिष्ठ अधिकारी भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे।

पोषण स्तर सुधार में जहां पंचकूला को प्रथम पुरस्कार के लिये दो लाख रुपये का पुरस्कार मिला, वहीं प्रदेश में द्वितीय स्थान हासिल करने पर रेवाड़ी जिला के उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा को एक लाख रुपये तथा तीसरे स्थान प्राप्त करने पर कुरूक्षेत्र जिला के उपायुक्त एस0एस0 फुलिया को 50 हजार रुपये का न्यूट्रिशन अवार्ड देकर सम्मानित किया।

प्रदेश में घटते लिंगानुपात में सुधार के लिये उल्लेखनीय कार्य करने हेतू जींद के उपायुक्त आदित्य दहिया को पांच लाख रुपये का प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया। इस क्षेत्र में दूसरा स्थान हासिल करने पर रेवाड़ी जिला के उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा को 3 लाख तथा महेन्द्रगढ़ जिला की उपायुक्त डाॅ0 गरिमा मितल को दो लाख रुपये के प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया। 

राज्यपाल ने रेवाड़ी जिला की रेखा लक्ष्मी सिंह को सूचना प्रोद्यौगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिये एक लाख रुपये की राशि के कल्पना चावला शौर्य पुरस्कार से, हिसार की श्रीमती कामजीत को ए0एम0एम0 नर्सिज एवं महिला एम0पी0 डब्ल्यू0 पुरस्कार, सोनीपत की नेहा गोयल को एशियन गेम में हाॅकी खिलाड़ी के रूप में मेडल जीतने के लिये, करनाल की सोनिया को भारतीय हैंडबाॅल टीम की कप्तान के रूप में, एशियन गेम में भाग लेने, शत-प्रतिशत दिव्यांग हिसार की एकता भयान को महिला खिलाड़ी पुरस्कार, हिसार की कृष्ण देवी को महिला खिलाड़ी पुरस्कार, चरखी दादरी की शुकन्तला देवी को महिला खिलाड़ी पुरस्कार, भिवानी की सरिता वार्डन को सरकारी कर्मचारी पुरस्कार, हिसार की एसोसिएट प्रोफैसर रेणुका गंभीर को सरकारी कर्मचारी पुरस्कार, फरीदाबाद की डाॅ0 अर्चना भाटिया को सामाजिक कार्यकर्ता पुरस्कार, पंचकूला की मिनाक्षी सिंगला को सामाजिक कार्यकर्ता पुरस्कार, सोनीपत की शालू त्यागी सामाजिक कार्यकर्ता पुरस्कार, सोनीपत की प्रवीण कुमारी को महिला उद्यमी पुरस्कार, पानीपत की श्रीमती शोभना को महिला उद्यमी अवार्ड, सोनीपत की श्रीमती मंजु पहल को नारी शक्ति पुरस्कार, सोनीपत की श्रीमती सुमन को नारी शक्ति पुरस्कार, रोहतक की पुनम आर्या को नारी शक्ति पुरस्कार, भिवानी की सविता को आंगनवाॅडी कार्यकर्ता पुरस्कार, कुरुक्षेत्र की कर्मजीत कौर को आंगनवाॅडी कार्यकर्ता पुरस्कार, कैथल की प्रवीण कुमार की आंगनवाॅडी कार्यकर्ता पुरस्कार, सोनीपत की सुदेश को आंगनवाॅडी कार्यकर्ता पुरस्कार, सोनीपत की सुमन को आंगनवाॅडी कार्यकर्ता पुरस्कार तथा बरवाला की सुमन बाला को आंगनवाॅडी कार्यकर्ता के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इन सभी को 21-21 हजार रुपये की राशि के पुरस्कार प्रदान किये गये।

राज्यपाल – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर रैड बिशप में कार्यक्रम को संबोधित किया

राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर रैड बिशप में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ करते हुए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए। 

पंचकूला, 8 मार्च-

हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य ने नागरिकों व समाजसेवी संस्थाओं का आहवान किया है कि वेे महिला सशक्तिकरण के लिए सकारात्मक एवं प्रगतिशील सोच अपनाएं और प्रदेश में लिंगानुपात को संतुलित करने के लिए कन्या भ्रूण हत्या न करने और न करने देने का संकल्प लें ओर बेटियों को जीवन में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करें।

राज्यपाल सैक्टर 1 स्थित रैडबिष्प में अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने महिला हैल्पलाईन टोल फ्र्री न0 181 तथा सैक्सुअल हरासमेंट टूल किट का भी लोकार्पण किया। समारोह में प्रदेश भर की 23 महिलाओं को विभिन्न शौर्य पुरस्कारों से सम्मानित किया। महिलाओं के लिए क्रियान्वित पोषण योजनाओं के सफल क्रियान्यन के लिए एवं सुधार हेतू पंचकूला के उपायुक्त डा.बलकार सिंह, रेवाडी के उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा व कुरूक्षेत्र के उपायुक्त डा. एस एस फुलिया को सम्मानित किया। इसके अलावा  लिंगानुपात में सुधार लाने पर जींद के उपायुक्त आदित्य दहिया, रेवाड़ी के उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा व महेन्द्रगढ की उपायुक्त डा. गरीमा मितल को भी सम्मानित किया।

राज्यपाल ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि   ‘‘यत्र नार्यस्तु पूजयन्ते, रमन्ते तत्र देवता,“ जहां नारी का सम्मान होता है वहां देवताओं का वास होता है। भारतीय संस्कृति में नारी को देवी का स्थान दिया गया है। देश में माँ दुर्गा को शक्ति की देवी, लक्ष्मी को धन की देवी, सरस्वती को विद्या और ज्ञान की देवी माना गया है। साथ ही साथ माता सीता, पार्वती, सावित्री व माँ काली का नाम भी श्रद्धा पूर्वक लिया जाता है और घर-घर में उनका पूजन होता है। 

उन्होंने कहा कि देश और समाज के निर्माण में महिलाओं की अहम् भूमिका होती है। महिलाओं की रचनात्मक भूमिका के बिना समाज का विकास संभव नहीं है। हमारे वेद और ग्रंथ नारी शक्ति के योगदान से भरे पड़े हैं। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, महारानी अहिल्याबाई होल्कर व रानी दुर्गावती ने अपनी वीरता का परिचय देकर विश्व को नारी की ताकत दिखाई थी। 21वीं सदी में भारत की चहुंमुखी प्रगति में महिलाएं हर क्षेत्र में पुरूषों के साथ कदम से कदम मिलाकर योगदान दे रही हैं।

राज्यपाल ने कहा कि प्रजातांत्रिक प्रणाली में महिलाओं को सम्मानित स्थान देने के लिए सरकार ने पंचायती राज व्यवस्था में आरक्षण का प्रावधान किया है।  आरक्षण मिलने से देश व प्रदेश के विकास में महिलाओं का उल्लेखनीय योगदान रहा है और महिलाएं सशक्त हुई है। देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। प्रधानमंत्री मातृ योजना, उज्जवला योजना,  महिला हेल्पलाॅइन, नारी शक्ति पुरस्कार योजना, निर्भया योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ सबका साथ -सबका विकास आदि इन योजनाओं का लाभ उठाकर महिलाएं आगे बढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा नें भी महिलाओं के लिए क्रियान्वित योजनाओं को कारगर ढंग से लागू कर महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी गई है। यह गर्व की बात है कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान में तो हरियाणा ने उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की है। इसके फलस्वरूप वर्ष 2014 में लिंगानुपात 871 था जो अब बढकर 929 हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की महिलाएं 69 प्रतिशत उच्च शिक्षा में शिक्षित है जो पूरे देश में सर्वाधिक है।

समारोह को सम्बोधित करते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कविता जैन ने कहा कि नारी शक्ति को समर्पित दिवस पर वे हरियाणा की नारियों से मिलकर अभिभूत एवं गौरवान्वित हो रही है। प्रदेश की महिलाओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराया है। यह आयोजन केवल एक दिन तक सीमित नहीं होना चाहिए बल्कि हर दिन, हर पल, हर त्यौंहार महिलाओं की आस्था, विश्वास, समृद्वि का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि नारी वह शक्ति, अदभूत रचना है जो देश व दूनिया का रास्ता सजग करती है। इसे संजोकर नारी शक्ति आगे बढती रहती है।

बाल विकास मंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने महिलाओं को सम्मान देने के साथ साथ कन्या भ्रूण हत्या जैसी घिनौनी हरकतों को रोककर न केवल गर्भ में कन्याओं को सुरक्षित करने का कार्य किया है बल्कि उन्हें बेहतर ओर सुरक्षित माहौल देकर उन्हें शिक्षित किया है। प्रदेश के 48 साल के इतिहास में केवल 32 कालेज खोले गए जबकि वर्तमान सरकार ने केवल चार साल में 36 महिला कालेज खोलकर रिकार्ड कायम किया है। प्रदेश में सबसे अधिक महिला पुलिस कर्मी भर्ती  किए तथा दुर्गा एप, दुर्गा वाहिन जैसी योजनाएं क्रियान्वित की गई।

श्रीमति जैन ने कहा कि साढे तीन लाख ग्रामीण क्षेत्र व 70 हजार शहरी क्षेत्र में शौचालयों का निर्माण करवा प्रदेश को खुले में शौच मुक्त किया जिसका सबसे अधिक लाभ महिलाओं को मिला। इसके अलावा 25 हजार से अधिक स्वंय सहायता समूह खोलकर मुद्रा योजना के तहत 60 प्रतिशत ऋण देकर लाखों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है। पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत की बजाय 42 प्रतिशत आरक्षण मिला है। उन्होंने कहा कि नारी को ओर अधिक सम्मान दें ताकि भावी पीढी संस्कारी बने और एक सभ्य एवं विकसित समाज का निर्माण सम्भव हो।

स्मारोह को सम्बोधित करते हुए सांसद रतन लाल कटारिया ने कहा कि 111 साल पहले महिलाओं ने न्यूयार्क में रैली के माध्यम से अधिकार मांगे तथा 1975 में इस दिवस को मान्यता मिली। तब से लेकर इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। उन्होंने कहा कि  विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, व रक्षामंत्री सीतारमण ने न केवल राजनीति में विश्व स्तर पर पहचान बनाई बल्कि अपने अपने मंत्रालयों में भी उन्होंने अपनी प्रतिभा को बखूबी सिद्व किया। गत दिनों पाकिस्तान सीमा पर देश की महिला रक्षामंत्री सीतारमण ने सेना का मनौबल बढाया। लोकसभा में भी उन्होंने महिलाओं के अनेक मुददे उठाए है। ं

इस अवसर  पर महिला एंव बाल विकास विभाग के एसीएस वी राजशेखर वुंदू्र व महानिदेशक कैप्टन मनोज ने स्वागत एवं धन्यवाद किया। समारोह में महिला आयोग की चेयरमैन प्रतिभा सुमन, सदस्य प्रीति भारद्वाज, भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बंतो कटारिया, राज्यपाल के सचिव विजय सिंह दहिया, उपायुक्त डा. बलकार सिंह, डीसीपी कमलदीप गोयल, अतिरिक्त उपायुक्त उतम सिंह सहित कई अधिकारी एवं भारी संख्या में प्रदेश भर से आई महिलाएं मौजूद रही।