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हरियाणा बजट 2019 : सरकार ने नहीं लगाया कोई नया टैक्स

चुनावी साल में हरियाणा की मनोहरलाल खट्टर सरकार ने अपना आखिरी बजट आज पेश किया।

सोमवार को वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने साल 2019-20 का बजट पेश किया।

क्योंकि इसी साल हरियाणा में विधानसभा के चुनाव होने हैं इस वजह से सरकार ने बहुत ही सोच समझकर बजट पेश किया है।

सरकार की कोशिश रही है कि मतदाताओं पर किसी भी तरह का कोई दबाव न बने। इसी लिए सरकार ने किसी भी तरह का अतिरिक्त कर नहीं लगाया है।

कैप्टन अभिमन्यु ने कुल 1 लाख 32 हजार 165 करोड़ रुपए का बजट पेश किया है।

इस बजट में महिला एवं बाल विकास के लिए 1504.98 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

SYL के लिए 100 करोड़ का बजट और जरूरत पड़ी तो SYL के लिए बजट बढ़ाया जाएगा.

आबकारी एवं कराधान विभाग के लिए 223 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है।

इसके अलावा विकास एवं पंचायत विभाग के लिए 5194.16 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।

बिजली विभाग के लिए 12988.62 करोड़ रुपए का बजट आवंटित हुआ है।

विशेषज्ञों की माने तो इस साल हरियाणा का बजट चुनाव को ध्यान में रखकर पेश किया गया है।

कुल मिलाकर ये बजट एक चुनावी बजट रहा। क्योंकि प्रदेश सरकार ने कोई भी नया कर नहीं लगाया है।

साथ ही सभी वर्गों को साधने की कोशिश की गई।

चिदंबरम और मनमोहन ने वोट हासिल करने वाला बजट बताया : बजट 2019

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने बजट को वोटरों को लुभाने वाला बजट करार दिया। चिदंबरम ने कहा कि यह बजट जनता से वोट पाने के बाद का नहीं है, बल्कि जनता का वोट पाने के लिए लाया गया है। चिदंबरम ने कहा कि यह अंतरिम बजट नहीं है, यह तो पूरा बजट है। उन्होंने कांग्रेस की योजनाओं को दोहराने और उसकी नकल करने का आरोप लगाया। इसके लिए उन्होंने अरुण जेटली को बधाई भी दी। चिदंबरम ने कहा, सरकार ने यह मान तो लिया कि देश के संसाधनों पर गरीबों का हक है।

वहीं, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि बजट का असर पूरी तरह से 2019 चुनाव पर पड़ने वाला है।  विदेश में इलाज करा रहे अरुण जेटली ने भी बजट की तारीफ की, उन्होंने बजट को गरीब हितैषी, किसान हितैषी और मध्यमवर्ग की खरीद क्षमता को बढ़ाने वाला बताया है। उन्होंने बजट को चुनावी बजट करार दिया।