भारत की यही रीति, पहले हम छेड़ते नहीं और छेड़ा तो फिर छोड़ते नहीं – पीएम मोदी

महाराष्ट्र:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के धुले में एक जनसभा को संबधित करते हुए पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहाकि आप सभी के बीच ऐसे वक्त पर आया हूं जब पुलवामा में हमारे जवानों पर हमले को लेकर देश आक्रोशित है। एक तरफ देश गुस्से में है तो दूसरी तरफ हर आंख नम है।

उन्होंने कहा कि एक देश के नाते हमारा काम यहीं से शुरु होता है। जिन्होंने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया, उनके परिवार के साथ हम हमेशा खड़े रहें। ये संयम का समय है, संवेदनशीलता का समय है, ये शोक का समय है। लेकिन हर परिवार को मैं ये भरोसा देता हूं कि हर आंसू का जवाब लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भारत नई रीति और नई नीति का देश है, ये अब दुनिया भी अनुभव करेगी। भारत की ये नीति रही है कि हम किसी को छेड़ते नहीं हैं, लेकिन नए भारत को किसी ने छेड़ा तो वो छोड़ता भी नहीं है। पीएम ने कहा कि ये हमारा सुरक्षाबलों ने पहले भी कर दिखाया है और अब भी कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

धुले की विकास परियोजनाओं का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा- धुले शहर में औद्योगिक शहर बनने की पूरी संभावना है। ये ऐसी जगह स्थित है, जहां से देश के अलग-अलग शहरों में व्यापार की संभावना है। यहां से कई बड़े-बड़े नेशनल हाईवे गुजरते हैं। आज यहां की कनेक्टिविटी को और सशक्त करते हुए दो रेल लाइनों का शिलान्यास किया गया है।

पुलवामा अटैक – सहवाग बोले- सुधर जाओ वरना सुधार देंगे

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 जवानों की शहादत से खेल जगत भी सदमे में है। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, सुरेश रैना, पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदूलकर, वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण और मोहम्मद कैफ ने ट्वीट कर दुख जताया है। सहवाग ने आंतकियों को धमकी देते हुए लिखा, ‘सुधर जाओ वरना सुधार देंगे।’

वीरेंद्र सहवाग ने लिखा कि -‘ जम्मू कश्मीर के पुलवामा में वे इस कायराने हमले ने मुझे बेहद दर्द पहुंचाया है, हमारे वीर जवान शहीद हुए हैं. इस दर्द को बयां करने के लिए कोई शब्द नहीं है. उम्मीद करता हूं घायल जवान जल्द ही ठीक होंगे। जिसके बाद विरेंद्र सहवाग ने ट्वीट की सबसे निचली लाइन में लिखा कि ‘सुधर जाओ वरना सुधार देंगे’

बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में यह हमला उस समय हुआ जब सीआरपीएफ के जवानों को श्रीनगर से पुलवामा ले जाया जा रहा था। इस काफिले में सीआरपीएफ की लगभग 39 गाड़ियां थी. खबरों के अनुसार एक छोटी गाड़ी में फिदायीन हमलावर बैठा हुआ था जो 350 किलो विस्फोटक से भरी गाडी लेकर बस से टकरा गया। जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

अंतिम तिथि 31 मार्च,करदाताओं का पैन से आधार जोड़ना ‘अनिवार्य’

नयी दिल्ली: केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने जोर देकर कहा है कि जो लोग आयकर रिटर्न दाखिल कर रहे हैं उनके लिए पैन कार्ड को आधार से जोड़ना ‘अनिवार्य’ है। इस काम को 31 मार्च तक पूरा किया जाना है।

सीबीडीटी ने बृहस्पतिवार को जारी एक परामर्श पत्र में कहा कि पिछले साल सितंबर में उच्चतम न्यायालय ने अपने आदेश में आधार की संवैधानिक मान्यता को बरकरार रखा था। इसी क्रम में आयकर कानून-1961 की धारा-139एए के तहत सीबीडीटी द्वारा 30 जून, 2018 को जारी आदेश मान्य हो जाता है।


इसके अनुसार आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों को 31 मार्च, 2019 से पहले पैन कार्ड को आधार से जोड़ना अनिवार्य है। उच्चतम न्यायालय ने दोबारा यह निर्णय दिल्ली उच्च न्यायालय के एक फैसले के खिलाफ केंद्र की याचिका पर दिया है।

उच्चतम न्यायालय ने छह फरवरी को अपने आदेश में पुष्टि की कि आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों के लिए पैन कार्ड को आधार से जोड़ना अनिवार्य है।

इस पर न्यायामूर्ति एक. के. सीकरी और न्यायमूर्ति एस. अब्दुल नजीर की पीठ ने कहा कि शीर्ष अदालत इस मामले में पहले ही फैसला दे चुकी है और उसने आयकर की धारा 139एए को बरकरार रखा है। उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल सितंबर में केंद्र की आधार योजना को मान्य करार दिया था, लेकिन बैंक खातों, मोबाइल फोनों और स्कूलों में प्रवेश जैसे कुछ काम अनिवार्य बनाने वाले प्रावधानों को रद्द कर दिया था।

आज है, जया एकादशी व्रत 2019

Jaya Ekadashi Vrath 2019

जया एकादशी : हिंदू धर्म में एकादशी के व्रत का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशियां होती हैं, आैर जब भी अधिकमास या मलमास आता है तो इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। पौराणिक मान्यताआें के अनुसार एक बार धर्मराज युधिष्ठिर ने भगवान श्री कृष्ण से पूछा कि माघ शुक्ल एकादशी को किसकी पूजा करनी चाहिए, तथा इस एकादशी का क्या महात्मय है। इस भगवान ने उत्तर दिया कि इस एकादशी को जया एकादशी कहते हैं। यह एकादशी बहुत ही पुण्यदायी होती है। इसका व्रत करने से व्यक्ति सभी नीच योनि अर्थात भूत, प्रेत, पिशाच की योनि से मुक्त हो जाता है। श्री कृष्ण ने इस से जुड़ी एक कथा भी युधिष्ठिर को सुनाई, जो इस प्रकार है।

भगवान के बताया कि एक बार नंदन वन में उत्सव चल रहा था। इस उत्सव में सभी देवता, सिद्ध संत और दिव्य पुरूष आये थे। इसी दौरान एक कार्यक्रम में गंधर्व गायन कर रहे थे और गंधर्व कन्याएं नृत्य कर रही थीं। इसी सभा में गायन कर रहे माल्यवान नाम के गंधर्व पर नृत्यांगना पुष्पवती मोहित हो गयी। अपने प्रबल आर्कघण के चलते वो सभा की मर्यादा को भूलकर ऐसा नृत्य करने लगी कि माल्यवान उसकी ओर आकर्षित हो जाए। एेसा ही हुआ आैर माल्यवान अपनी सुध बुध खो बैठा और गायन की मर्यादा से भटक कर सुर ताल भूल गया। इन दोनों की भूल पर इन्द्र क्रोधित हो गए आैर दोनों को श्राप दे दिया कि वे स्वर्ग से वंचित हो जाएं और पृथ्वी पर अति नीच पिशाच योनि को प्राप्त हों। श्राप के प्रभाव से दोनों पिशाच बन गये और हिमालय पर्वत पर एक वृक्ष पर अत्यंत कष्ट भोगते हुए रहने लगे। एक बार माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन दोनो अत्यंत दु:खी थे जिस के चलते उन्होंने सिर्फ फलाहार किया आैर उसी रात्रि ठंड के कारण उन दोनों की मृत्यु हो गर्इ। इस तरह अनजाने में जया एकादशी का व्रत हो जाने के कारण दोनों को पिशाच योनि से मुक्ति भी मिल गयी। वे पहले से भी सुन्दर हो गए और पुन: स्वर्ग लोक में स्थान भी मिल गया। जब देवराज इंद्र ने दोनों को वहां देखा तो चकित हो कर उनसे मुक्ति कैसे मिली यह पूछा। तब उन्होंने बताया कि ये भगवान विष्णु की जया एकादशी का प्रभाव है। इन्द्र इससे प्रसन्न हुए और कहा कि वे जगदीश्वर के भक्त हैं इसलिए अब से उनके लिए आदरणीय हैं अत: स्वर्ग में आनन्द पूर्वक विहार करें।

शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि : पुलवामा आतंकी हमला

दिल्ली: दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार को हुए भयावह आतंकी हमले में शहीद सीआरपीएफ के 40 जवानों की पार्थिव देह जब उनके पैतृक गांवों के लिए रवाना की गईं तो गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शहीदों को कंधा दिया। सीआरपीएफ, एनआईए और गृह मंत्रालय के अधिकारियों के उच्चस्तरीय दल के साथ शुक्रवार यहां पहुंचते ही राजनाथ सिंह पास के सीआरपीएफ परिसर पहुंचे जहां दिवंगत जवानों की पार्थिव देह पर पुष्पचक्र चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

दरअसल, गुरुवार को सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था. इस काफिले में करीब 70 गाड़ियां थीं और 2500 जवान शामिल थे. उसी दौरान सामने से विस्फोटक से लदी एक एसयूवी कार आई और उसने सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी. आतंकवादी ने जिस कार से टक्कर मारी थी, उसमें करीब 350 किलो विस्फोटक थे. इसकी वजह से विस्फोट इतना घातक हुआ कि इसमें 40 जवान शहीद हो गए. इस घटना पर पीएम मोदी ने सीधे तौर पर कहा है कि आतंकी बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं और अब उन्हें इसका अंजाम भी भूगतना होगा. 

दिल्ली से यहां पहुंचते ही गृह मंत्री ने श्रद्धांजलि सभा में शिरकत की जहां 40 सीआरपीएफ जवानों की पार्थिव देह तिरंगे में लिपटे ताबूतों में रखी गईं। समारोह में उपस्थित एक अधिकारी ने बताया कि सिंह ने एक शहीद सीआरपीएफ जवान को कंधा भी दिया। इसके बाद पार्थिव देह को विमान से जम्मू कश्मीर से ले जाया गया।

बल की ओर से अंतिम श्रद्धांजलि के लिए बिगुल बजाया गया और जवानों ने शहीदों के सम्मान में शस्त्र उल्टा रखने की शोक सलामी शस्त्र’ की परिपाटी को पूरा किया। इसके बाद दो मिनट का मौन रखा गया। इसके पश्चात गृह मंत्री ने एक जवान को कंधा दिया जिसकी पार्थिव देह को विमान से उसके पैतृक स्थल ले जाया जा रहा था।

गृह मंत्री सिंह, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, गृह सचिव राजीव गौबा, सीआरपीएफ महानिदेशक आर आर भटनागर, जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह और अन्य लोगों ने शहीद जवानों को पुष्पांजलि अर्पित की। सिंह ने कहा कि राष्ट्र हमारे बहादुर सीआरपीएफ जवानों के सर्वेाच्च बलिदान को नहीं भूलेगा।

उन्होंने कहा कि मैंने पुलवामा के शहीदों को अपनी अंतिम श्रद्धांजलि दे दी है। बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। अधिकारी के अनुसार जब तक ताबूतों को श्रीनगर हवाईअड्डे जा रहे ट्रक में रखा गया तब तक उपस्थित सभी गणमान्य लोग मौन खड़े रहे। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये और पांच घायल हो गये।

15 फरवरी को होगा टीम का चयन : Ind vs Aus

मुंबई: राष्ट्रीय सीनियर चयन समिति ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीमित ओवरों की क्रिकेट सीरीज के लिए विश्व कप को ध्यान में रखकर शुक्रवार को वानखेड़े स्टेडियम स्थित क्रिकेट सेंटर में टीम इंडिया का चयन करेगी। विश्व कप के लिए अभी दो स्थान ही ऐसे बचे हैं, जिनमें खिलाड़ी तय नहीं किए गए हैं। इनमें बाएं हाथ के तेज गेंदबाज का एक स्थान भी शामिल है। इस स्थान पर जयदेव उनादकट और खलील अहमद में से किसी एक पर अंतिम मुहर लग सकती है।

भारतीय टीम 24 फरवरी से शुरू होने वाली सीरीज में दो टी-20 अंतरराष्ट्रीय और पांच वनडे मैच खेलेगी। वनडे विश्व कप 30 मई से इंग्लैंड में खेला जाना है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए कुछ सीनियर खिलाड़ियों को विश्राम मिलेगा, जबकि आजमाए जा रहे कुछ खिलाड़ी इस सीरीज में खुद को साबित करेंगे। जिन खिलाड़ियों को विश्राम दिया जाएगा उनके लिए तय है कि वे विश्व कप टीम का हिस्सा बनेंगे। कप्तान विराट कोहली को पहले तीन वनडे मैचों के बाद न्यूजीलैंड दौरे से विश्राम दिया गया था। लेकिन वह ऑस्ट्रेलिया के साथ घरेलू सीरीज में टीम की कप्तानी संभालेंगे। विराट की अनुपस्थिति में कप्तानी संभालने वाले रोहित शर्मा को विश्राम दिया जा सकता है।

चयन समिति ने विश्व कप के लिए 13 खिलाड़ियों की पहचान कर ली है। इनमें विराट कोहली, शिखर धवन, रोहित शर्मा, अंबाती रायुडू, महेंद्र सिंह धौनी, केदार जाधव, हार्दिक पांड्या, विजय शंकर, युजवेंद्र सिंह चहल, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी शामिल हैं। कप्तान विराट और तेज गेंदबाजी के अगुआ जसप्रीत बुमराह अंतिम ड्रेस रिहर्सल के लिए वापसी करेंगे।

चयन समिति के 16 या 17 खिलाड़ियों के ही चयन करने की उम्मीद है। अंतिम दो स्थानों के लिए चार दावेदार मैदान में हैं और यह इस पर निर्भर करता है कि टीम प्रबंधन किस तरह का संयोजन चाहता है। तेज गेंदबाजी विभाग में जसप्रीत, शमी, भुवनेश्वर का चयन लगभग तय है। ऐसे में विविधता प्रदान करने के लिए चयन समिति टीम में बाएं के हाथ के तेंज गेंदबाज रखना चाहेगी। राजस्थान के युवा गेंदबाज खलील ऑस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड में खेले थे और वह अच्छी दिशा में आगे ब़़ढ रहे हैं। जयदेव रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद दौड़ में फिर से शामिल हो गए हैं। आइपीएल को ध्यान रखें तो वह सबसे अनुभवी गेंदबाज है।

पिछले दोनों विदेशी दौरों में विश्राम पाने वाले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह मैच अभ्यास के लिए इस सीरीज में लौटेंगे। मध्यक्रम में अंबाती रायुडू, केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, विजय शंकर और ऋषभ पंत के लिए यह सीरीज विश्व कप की अपनी जगह पुख्ता करने का शानदार मौका होगा। रवींद्र जडेजा भी ऑलराउंडर पोजिशन के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद के लिए यह सीरीज टीम में अपनी जगह बनाने का मौका होगा। भारतीय टीम के दोनों स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव भी इस मौके को भुनाना चाहेंगे। टीम की घोषणा के साथ यह तय हो जाएगा कि विश्व कप में कौन-कौन से खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं।

जम्मू में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं : पुलवामा आतंकी हमला

श्रीनगर:  जम्मू से श्रीनगर जा रही सीआरपीएफ की 78 गाड़ियों के काफिले पर कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने फिदायीन हमला कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमले में 39 जवान शहीद हो गए, कई जवान घायल हुए हैं, जिनका अस्पाताल में इलाज जारी है। इस काफिले में 2547 जवान शामिल थे। जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है। विस्फोटकों से भरी गाड़ी के जरिए अब तक का सबसे बड़ा हमला है। इससे पहले अक्टूबर 2001 में कश्मीर विधानसभा पर भी इसी तरह हमला हुआ था। इसमें 38 मौतें हुई थीं।

जैश के आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास कमांडो ने दोपहर 3:15 बजे यह फिदायीन हमला किया। उसने एक गाड़ी में विस्फोटक भर रखे थे। जैसे ही सीआरपीएफ का काफिला लेथपोरा से गुजरा, आतंकी ने रॉन्ग साइड से आकर अपनी गाड़ी जवानों से भरी बस से टकरा दी। बताया जा रहा है कि आदिल ने एक गाड़ी में 100 किलोग्राम विस्फोट भर रखा था। पुलवामा के काकापोरा का रहने वाला आदिल 2018 में जैश में शामिल हुआ था।

एक अधिकारी ने बताया कि काफिला सुबह 3:30 बजे जम्मू से रवाना हुआ था और इसे शाम होने से पहले श्रीनगर पहुंचना था। घाटी लौटने वाले जवानों की संख्या ज्यादा थी, क्योंकि पिछले कुछ दिनों से मौसम खराब होने की वजह से हाईवे पर ज्यादा भीड़भाड़ नहीं थी और इसके कुछ प्रशासनिक कारण भी थे। आमतौर पर ऐसे काफिलों में एक बार में एक हजार जवान होते हैं। लेकिन, इस बार इनकी संख्या 2547 थी। काफिले में रोड ओपनिंग पार्टी और बख्तरबंद आतंकरोधी गाड़ियां भी शामिल थीं। जिस बस को हमले के लिए निशाना बनाया गया, वह 76वीं बटालियन की थी और इसमें 39 जवान सवार थे।

मोदी ने कहा, “पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमला घृणित है। जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। पूरा देश जवानों के परिवार के साथ खड़ा है।” राहुल ने भी इस हमले पर दुख जाहिर किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह कायराना हरकत से मैं बुरी तरह व्यथित हूं।”

घाटी में सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले के बाद पूरे दक्षिण कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। वहीं. श्रीनगर जिले में इंटरनेट की स्पीड को कम कर 2जी पर ला दिया गया है। साथ ही पूरे कश्मीर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। 

Breaking News : हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के खड़ापत्थर क्षेत्र में ताजा हिमपात

हिमाचल प्रदेश : शिमला जिले के खड़ापत्थर क्षेत्र में ताजा हिमपात हुआ है। पूरे प्रदेश में आज मौसम खराब है। ऊंची चोटियों पर बर्फबारी का दौर जारी है। हिमाचल प्रदेश के मैदानी और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में आज भारी बारिश-बर्फबारी और ओलावृष्टि होने की चेतावनी है।मौसम विभाग ने सूबे में गुरुवार भारी बारिश-बर्फबारी के आसार जताए हैं।मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक, 14 फरवरी को प्रदेश के ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने मैदानी क्षेत्रों ऊना, बिलासपुर, कांगड़ा में बारिश-ओलावृष्टि और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू के अधिकांश क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होने का अलर्ट जारी किया है। पूरे प्रदेश में 19 फरवरी तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते मौसम में यह बदलाव आया है। 

गूगल ने महान अभिनेत्री मधुबाला के जन्मदिन पर शेयर किया ये खास डूडल

वैलेंटाइन डे के दिन पैदा हुई भारतीय सिनेमा की महान अभिनेत्री मधुबाला का आज 86वां जन्मदिन है। गूगल ने इस खास मौके पर डूडल बनाकर मधुबाला को याद किया है। गूगल ने अपने डूडल पर मधुबाला की बहुत कलरफुल इमेज बनाई है। ये फोटो उनकी आईकॉनिक फोटो है। हर साल उनका जन्मदिन वैलेंटाइन डे के दिन मनाया जाता है। 

भारतीय सिनेमा की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में शुमार मधुबाला का वैक्स स्टैच्यू मैडम तूषाद में लगाया गया है। फिल्मों में अपने अभिनय से दिल जीतने वाली मधुवाला का स्टैच्यू हू-ब-हू उनकी तरह दिखता है।

 वहीं दिलीप कुमार ने ब्यूटी क्वीन मधुबाला के साथ काफी हिट फिल्म दी वहीं देव आनंद साहब का नाम भी इस लिस्ट में आता है। कहते हैं कि दिलीप साहब और मधुबाला के बीच अफेयर की शुरुआत फिल्म हिट के दौरान ही होने लगी थी। लेकिन फिल्म नया दौर ने दोनों के रिश्ते के बीच खाई पैदा कर दी।

अभिनेत्री मधुबाला का जन्म 14 फरवरी 1933 को राजधानी दिल्ली में हुआ। लेकिन माता पिता ने बेटी की परवरिश के लिए दिल्ली से बेहतर मुंबई को समझा और वो मुंबई आ गए। लेकिन 23 फरवरी 1969 को दिल की एक बीमारी की वजह से महज 36 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी : 2022 तक 4 करोड़ घरों के निर्माण का लक्ष्य


नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ के लाभार्थियों से बातचीत करते हुए कहा कि 2022 तक हिंदुस्तान के हर परिवार के पास अपना पक्का घर होगा। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र में 3 करोड़ और शहरी क्षेत्र में 1 करोड़ घरों के निर्माण का संकल्प लिया गया है। पीएम ने आकंड़ों के जरिए दावा किया कि यूपीए सरकार के 10 सालों के मुकाबले एनडीए सरकार के 4 साल में मकानों के निर्माण में बहुत तेजी आई है।  इस दिशा में तेज़ी से काम किया जा रहा है। जब किसी योजना से नाम का या स्वार्थ का भाव निकाल देते हैं तो नीति स्पष्ट हो जाती है इसलिए करप्शन का, अपने-पराए का भाव भी निकाल दिया। 

यूपीए सरकार को निशाने पर लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पहले परिवार और व्यक्तियों के नाम पर योजनाएं चलाई गईं इससे लोगों की भलाई कम हुई और राजनीति चमकाने की कोशिश अधिक हुई। 2022 तक ग्रामीण क्षेत्रों में तीन करोड़ और शहरी क्षेत्र में 1 करोड़ मकान बनाएंगे। इतने बड़े लक्ष्य के लिए बजट बड़ा चाहिए। पहले हम बजट के अनुसार लक्ष्य बनाते थे अब हम पहले लक्ष्य तय करते हैं और फिर बजट देते हैं। ‘ पीएम मोदी ने कहा कि अब तकनीक का उपयोग कर लाभार्थियों का चयन होता है, किसी के कहने पर लिस्ट में नाम कटने या जोड़ने का काम जो होता था उसको बंद कर दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकार के 10 वर्षों में शहरी गरीबों के लिए मात्र 8 लाख घर बनकर तैयार हुए, जबकि हमारी सरकार के साढ़े 4 वर्षों में 15 लाख घर बनाकर दिए गए। पीएम ने कहा कि देश के मध्यम वर्ग के घर के लिए पहली बार किसी सरकार ने सोचा है। इसके लिए हमने CLSS योजना का विस्तार किया है। जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 18 लाख तक की आय वाले मध्यम वर्गीय परिवारों को होम लोन में छूट दी जा रही है। पीएम मोदी ने कहा पहले 1 लाख 80 हजार तक के किराये पर टैक्स नहीं लिया जाता था। लेकिन इस बजट में यह सीमा बढ़ाकर 2 लाख 40 हजार रुपये कर दी गई है।

पीएम मोदी ने कहा किमेरे कार्यकाल की एक विशेषता रही है कि मेरे हर निर्णय को पहले मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि मैं हमेशा समय से पहले चल पड़ता था और वहां समझ पहुंचने से पहले मुसीबत झेलता था। पीएम मोदी ने कहा कि पहले आप विदेश में कहीं जाते होंगे और किसी से हाथ मिलाते होंगे, तो जब वह आपसे पूछते थे कि कहां से आये हो तो आप धीरे-धीरे कहते थे इंडिया। लेकिन अब आप अगर कहीं जाते हैं और गर्व से अपने देश का नाम लेते हैं तो वह व्यक्ति आपका हाथ नहीं छोड़ेगा।

पीएम मोदी ने कहा कि पहले कंस्ट्रक्शन सेक्टर पर 15-18% का टैक्स लगता था। जो सामान है, जैसे पेन्ट, टाइलें, टॉयलेट का सामान, केबल, वायर ऐसी तमाम चीजों पर 30% से ज्यादा टैक्स लगा करता था। GST के बाद मध्यम वर्ग के घरों के लिए टैक्स कम हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि पेन्ट, वायर, इलेक्ट्रिकल फिटिंग से जुड़ा सामान, सेनिटरीवेयर, प्लायवुड, टाइल जैसे अनेक सामान पर GST 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत लाया गया है। वहीं ईंटों पर GST 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया गया है।

पीएम मोदी ने कहा कि इस क्षेत्र में करोड़ों लोग काम कर रहे हैं, जो अधिकतर असंगठित सेक्टर का हिस्सा है। घर के निर्माण में जुटे इन परिवारों के लिए इस बजट में सरकार एक बहुत बड़ी योजना लेकर आई है, जिसके अंतर्गत हर महीने 15 हजार रु से कम कमाने वाले लोगो को, 60 साल के बाद 3 हजार रु महीना की पेंशन दी जाएगी।