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पर्यावरण संतुलन के लिए पौधारोपण जरूरी, हर व्यक्ति पर्यावरण सरंक्षण में बने सहयोगी : सीएम मनोहर लाल

सिरसा, 25 जुलाई।

For Detailed News-

-वन महोत्सव पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया ई-पौधशाला एप का शुभारंभ
-भावी पीढ़ी के खुशहाल भविष्य के लिए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में करना होगा भ्रसक प्रयास : उपायुक्त
-नागरिक अधिक से अधिक पौधे लगाने का लें संकल्प : आदित्य देवीलाल
-मानव का समूचा जीवन पेड़ों पर निर्भर, पौधारोपण के साथ-साथ पालन-पोषण भी करें : जगदीश चौपड़ा
-72वें वन महोत्सव पर जिला स्तरीय कार्यक्रम में राज्यस्तरीय कार्यक्रम का ऑनलाइन किया गया प्रसारण, मुख्यमंत्री ने प्रदेश के नागरिकों को दिया पर्यावरण बचाव का संदेश


मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आने वाली पीढी की खुशहाली व विरासत में भरपूर पानी देने के लिए हमें पर्यावरण को लेकर आज ही सजग होना होगा और संकल्प लेना होगा कि न केवल अधिक से अधिक पौधे लगाएंगे बल्कि उनकी रक्षा व देखभाल भी करेंगे। प्रदेश सरकार द्वारा पर्यावरण संतुलन की दिशा में अनेक योजनाएं क्रियान्वित की गई हैं, इसके साथ-साथ छात्रों को पौधारोपण के लिए प्रेरित करने के लिए भी किया जा रहा है। छात्रों को पौधा लगाने व उसकी देखरेख के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है, जिससे छात्रों में हरियाली के प्रति लगाव बढा है।


यह बात मुख्यमंत्री ने 72वें वन महोत्सव पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रदेशवासियों को अपने संबोधन में कही। उन्होंने प्रदेशवासियों को वन महोत्सव की बधाई व शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ई-पौधशाला एप का भी शुभारंभ किया। इस ई-पौधशाला एप के माध्यम से कोई भी नागरिक घर बैठे ही नजदीकी नर्सरियों से पौधे मंगवा सकते हैं। यहां लघुसचिवालय स्थित सभागार में जिला स्तरीय वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त अनीश यादव, भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य देवीलाल, पूर्व चेयरमैन जगदीश चौपड़ा, जजपा के जिला अध्यक्ष सर्वजीत मसीता, प्रदीप रातुसरिया, सीटीएम गौरव गुप्ता, जिला वन अधिकारी रामकुमार जांगड़ा, डीईओ संत कुमार, डीआईओ रमेश शर्मा सहित विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी, अध्यापक व पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे। कार्यक्रम से पहले उपायुक्त अनीश यादव,भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य देवीलाल, पूर्व चेयरमैन जगदीश चौपड़ा, जजपा के जिला अध्यक्ष सर्वजीत मसीता व सीटीएम गौरव गुप्ता ने लघुसचिवालय स्थित स्वतंत्रता सेनानी स्मारक पार्क में फलदार पौधे रोपित किए और वन विभाग की तरूयात्रा को भी हरीझंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में उपायुक्त अनीश यादव ने वन सरंक्षण पर आधारित जिला स्तरीय पेंटिंग व क्वीज प्रतियोगिता के विजेता छात्रों को सम्मानित भी किया। पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेता बच्चों में नुहियांवाली की सोनम, नेजाडेला कलां की शिल्पा व बड़ा गुडा की हीना सम्मानित हुई। इसी प्रकार क्वीज प्रतियोगिता के विजेताओं में मोटा पन्नीवाला का विनोद, शाह सतनाम गल्र्ज स्कूल की गरिमा व हरमनदीप को सम्मानित किया गया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण सरंक्षण की दिशा में वन क्षेत्र को बढावा देने के लिए प्रदेश में अनेक योजनाएं क्रियान्वित की है। इनमें ऑक्सी वन, ई-पौधशाला, वन मित्र इत्यादि शामिल हैं। खुशहाल जीवन के लिए विकास व पेड़ों का संतुलन बेहद जरूरी है। पेड़ों का जहां विकास में योगदान है, वहीं पर्यावरण को बनाएं रखने में भी पेड़ों का महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए पर्यावरण सरंक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं। उन्होंने का कहा कि पौधारोपण केवल औपचारिकताभर न हो, बल्कि इनकी सुरक्षा व देखभाल भी बहुत जरूरी है। हमारे प्रचीन संस्कृति में भी पेड़-पौधों का महत्व बताया गया है। उन्होंने वेदों में पेड़ों के महत्व का वर्णन करते हुए बताया कि एक पेड़ लगाने से दस संतान के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है।

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उपायुक्त अनीश यादव ने जिला स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन हमारे लिए चुनौती है, जिसके कारण न केवल पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, वहीं भू-जल स्तर भी कम हो रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए पर्यावरण सरंक्षण की दिशा में कदम उठाने होंगे और आने वाली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण करने के साथ-साथ पानी की बचत व सरंक्षण करना होगा। उन्होंने कहा कि त्रिवेणी(बड,पीपल व नीम) का मानव जीवन के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठïानों में भी बड़ा महत्व है। बड़ व पीपल जहां रात व दिन दोनों समय में ऑक्सीजन देते हैं, वहीं नीम औषधीय रूप से उपयोगी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जल सरंक्षण को लेकर कई प्रभावी योजनाएं लागू की हैं। पानी बचत व किसानों की आमदनी बढाने के लिए मेरा पानी-मेरी विरासत योजना लागू की है, जिससे न केवल कम पानी की फसलों की काश्त करने पर किसानों को सात हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला में इस साल 18 लाख 66 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सरकारी विभागों के साथ-साथ सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा, ताकि हम अपने जिला को हरा-भरा व स्वच्छ बना सकें। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे भी छात्रों को पौधारोपण मुहिम से जोड़ें और स्कूल परिसर व अन्य स्थानों पर छात्रों से पौधारोपण भी करवाएं।
बीजेपी जिला अध्यक्ष आदित्य देवीलाल ने कहा कि पेड़ों का हमारे जीवन में कितना महत्व है, इसका कोरोना महामारी में ऑक्सीजन की आवश्यकता से पता चलता है। हर नागरिक पेड़ों के महत्व को समझते हुए अपने जीवन में अधिक से अधिक पौधे लगाने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यावरण सरंक्षण को लेकर पूरी तरह से संजीदा है और इस दिशा में अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को पौधों के साथ जोड़ा जाए और उन्हेें पौधे लगाने के लिए प्रेरित करते हुए पुरस्कृत भी करना चाहिए। स्कूलों में विशेष तौर से फूलों के पौधे लगाएं जाएं तो और बेहतर होगा, जिससे बच्चों में पौधों के प्रति लगाव बढ़ेगा।
पूर्व चेयरमैन जगदीश चौपड़ा ने कहा कि वन महोत्व को त्यौहारों की भांति मनाएं। मानव का समूचा जीवन पेड़ों पर निर्भर है। पर्यावरण सरंक्षण को लेकर हम यदि समय  रहते नहीं चेते तो पूरे विश्व की मानवता खतरे में पड़ जाएगी। इसलिए आज से ही हम पौधे लगाने का संकल्प लें और ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करें। जहां हरियाली होती है, वहीं खुशहाली होती है। उन्होंने कहा कि पौधा लगाने के साथ-साथ उसका सरंक्षण भी करें। जजपा जिला अध्यक्ष सर्वजीत मसीता ने वन महोत्सव पर अपने विचार रखते हुए कहा कि पेड़ों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। पेड़ों से जहां हमारी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति होती है, वहीं जीवन के लिए ऑक्सीजन भी मिलती है। उन्होंने कहा कि आमजन पौधारोपण के साथ-साथ अपने घरों में भी गमले में लगने वाले पौधे जरूर लगाएं और उनकी देखभाल भी करें।