ठीकरी पहरा : सावधानी जरूरी, ग्रामीण गांव में आने-जाने वालों की कर रहे हैं निगरानी
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव की रोकथाम के लिए जहां प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद व चौकन्ना है, वहीं ग्रामीण भी प्रशासन की इस मुहिम में पूर्ण सहयोग कर रहे हैं। गांवों में प्रवेश के विभिन्न रास्तों पर ग्रामीण ठीकरी पहरा दे रहे हैं और गांव के अंदर व बाहर जाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। ठीकरी पहरे के दौरान ग्रामीण आने-जाने वालों को कोरोना से बचाव उपायों को अपनाने व सावधानी बरतने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। इसी कारण जिला में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है और रिकवरी रेट में सुधार हुआ है।
महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा लॉकडाउन का उद्देश्य कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकना है, इसके साथ-साथ प्रशासन द्वारा नागरिकों को नियमों की पालना के बारे में अवगत करवाना जा रहा है। इसी कड़ी में ग्रामीण भी सहयोग के लिए आगे आ रहे हैं और ठीकरी पहरे के माध्यम से कोरोना संक्रमण के फैलाव पर अंकुश लगाने मैं पूर्ण सहयोग व योगदान दे रहे हैं। ग्रामीण पूरी सजगता के साथ खुद व दूसरों को सुरक्षित रहने का संदेश दे रहे हैं और गांव में किसी भी अंजान व्यक्ति के प्रवेश करने पर पूरी जानकारी ले रहे हैं ताकि गांव में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।
गांव कुसुंबी में ठीकरी पहरे पर तैनात युवा रोहताश ने बताया कि हम सब अपने स्तर पर जागरूकता व सामूहिक योगदान व सहयोग से जरूरी कदम उठाकर ही इस बीमारी के फैलने पर रोक लगा सकते हैं। इसी के तहत गांव में सर्वसम्मति से कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए मुख्य रूप से गांव की नाकेबंदी कर ठीकरी पहरा दिया जा रहा है। गांव में आने अथवा बाहर जाने वाले व्यक्ति को पूरा पता एवं गांव से बाहर जाने का कारण बताना होता है, इसके बाद ही उसे बाहर जाने दिया जाता है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर ग्रामीण जागरूक हैं और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं।