कुपोषण व अनीमिया से बचाव के लिए एल्बेंडाजोल गोली की खुराक जरूरी : उपायुक्त
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने कहा कि बच्चों को कुपोषण व अनीमिया से बचाने के लिए एल्बेंडाजोन की गोली की खुराक लेना जरूरी है। प्रदेश सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जा रहा है, जिसके तहत अभियान चलाकर बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएंगी। 20 अक्तूबर तक चलने वाले इस अभियान के दौरान जिला के एक साल से 19 साल तक के 4 लाख 29 हजार 859 बच्चों को एलबेंडाजॉल की गोलियां खिलाई जाएंगी।
उपायुक्त के दिशा-निर्देश पर जिला में सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार ने सोमवार को नागरिक हस्पताल की पीडियाट्रिक ओपीडी में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ किया। सिविल सर्जन ने बताया कि जिला के सभी ब्लॉक स्तर, पी एच सी स्तर व हर गाँव में बच्चो को घरों में यह गोली बिल्कुल मुफ्त दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सिरसा में 4 लाख 29 हजार 859 बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
उपायुक्त ने बताया कि बच्चे हमारे राष्ट्र व समाज का भविष्य है इसलिए उनका स्वस्थ रहना अति आवश्यक है। प्रदेश सरकार लोगों को स्वस्थ व सुरक्षित करने के लिए समय समय पर ऐसे अभियान चलाते है । इसी कड़ी में कृमि मुक्ति दिवस के तहत यह अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत एक साल से 19 साल तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएगी। उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने एक से 19 साल तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली अवश्य खिलायें। उन्होंने कहा कि यह चबाने वाली गोली है ताकि पेट में पलने वाले कीड़े का खत्म किया जा सके ताकि बच्चों को स्वस्थ व तंदरुस्थ बने।
उप सिविल सर्जन डॉ कुलदीप गौरी ने बताया कि पेट के कीड़े मारने की दवाई खाने से किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती है। यदि किसी बच्चे को कोई परेशानी होती है तो वे 108 नम्बर पर फोन कर सिविल सर्जन कार्यालय में सम्पर्क कर सकते हैं। उप सिविल सर्जन डॉ विरेश भूषण ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए इस बार यह प्रोग्राम घर-घर जाकर गोली खिलाने का स्वास्थ्य विभाग ने लक्ष्य निर्धारित किया है।
इस प्रकार से लें गोली :
1 से 2 साल के बच्चों के लिए आधी गोली चम्मच में पीसकर दी जानी है। 2 से 3 साल के बच्चों को पूरी गोली चम्मच में पीसकर दी जानी है। इसी प्रकार 3 साल से 24 साल तक के बच्चों व महिलाओं को पूरी गोली चबाकर खिलाने की हिदायत दी गई हैं। ध्यान रहे कि यह गोली खाली पेट ना खाई जाए।