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ओद्यौगिक संस्थानों में कार्यरत श्रमिकों सुरक्षा के लिये शीघ्र ही प्रारंभ किया जायेगा एक प्राथमिक चिकित्सा कार्यक्रम (फस्ट एंड ट्रेनिंग प्रोग्रेम)

– श्रमिकों को उद्योगों व कारखानों में कार्य करते समय होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिये प्रशिक्षित करना अनिवार्य -उपायुक्त

-प्रशिक्षण उपरांत श्रमिकों को दिया जायेगा प्रामण पत्र

-श्रमिकों को प्राथमिक चिकित्सा के साथ साथ फायर सेफ्टी और हाईजिन में भी प्रदान किया जाये प्रशिक्षण-उपायुक्त

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पंचकूला, 22 मार्च- जिला में स्थित विभिन्न ओद्यौगिक संस्थानों में कार्यरत श्रमिकों के लिये शीघ्र ही एक प्राथमिक चिकित्सा कार्यक्रम (फस्ट एंड ट्रेनिंग प्रोग्रेम) प्रारंभ किया जायेगा, जिसके तहत श्रमिकों को कार्य करते समय होने वाली किसी भी दुर्घटना की स्थिति में डाॅक्टर से पहले दी जाने वाली प्राथमिक चिकित्सा के संबंध में प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह प्रशिक्षण जिला रेडक्राॅस सोसायटी के माध्यम से दिया जायेगा।
यह निर्णय आज उपायुक्त श्री महावीर कौशिक की अध्यक्षता में लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित बैठक में लिया गया।


श्री महावीर कौशिक ने कहा कि श्रमिकों को उद्योगों व कारखानों में कार्य करते समय होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिये प्रशिक्षित करना अनिवार्य है। वर्तमान में जिला में लगभग 6000 छोटे बड़े उद्योग है। प्रारंभ में 100 से अधिक  श्रमिको वाले उद्योगों में प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया जायेगा, जिसमें रेडक्राॅस सोसायटी के प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षकों द्वारा तीन दिन का प्रशिक्षण दिया जायेगा।


बैठक में बताया गया कि रेडक्राॅस सोसायटी द्वारा प्राथमिक चिकित्सा का पाठयक्रम तैयार किया गया है। प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षक द्वारा उद्योगों में कार्यरत श्रमिकों को सैद्धांतिक व व्यवहारिक दोनों प्रकार का प्रशिक्षण दिया जायेगा जोकि उन्हें कार्यस्थल के साथ साथ आवश्यकता पड़ने पर अन्य स्थानों पर भी उपयोगी सिद्ध होगा। प्रशिक्षण के दौरान श्रमिकों को दुर्घटना की स्थिति में पट्टी करने से लेकर एंबुलेंस और पुलिस सुविधा प्राप्त करने के बारे में विस्तार से जानकारी दी जायेगी। बैठक में यह भी बताया गया कि प्रत्येक ओद्योगिक संस्थान में कम से कम 30 प्रतिशत श्रमिकों को प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण अनिवार्य हैं। प्रशिक्षण उपरांत रेडक्राॅस सोसायटी द्वारा श्रमिकों को प्रमाण पत्र दिया जायेगा जोकि तीन साल के लिये मान्य होगा।


उपायुक्त ने निर्देश दिये कि रेडक्राॅस सोसायटी द्वारा श्रमिकों को प्राथमिक चिकित्सा के साथ साथ फायर सैफ्टी और हाईजिन में भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाये। इसके लिये फायर सैफ्टी और सिविल सर्जन कार्यालय से एक-एक कर्मचारी को भी टीम में शामिल किया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि प्रशिक्षण कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने के लिये लेबर वेलफेयर बोर्ड की सहायता भी ली जाये।

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बैठक में सहायक श्रम आयुक्त नवीन शर्मा, जिला रेडक्राॅस सोसायटी की सचिव सविता अग्रवाल, राज्य प्रशिक्षण अधिकारी संजीव धीमान, जिला एमएसएमई के ओद्यौगिक विस्तार अधिकारी रोहित टींडन, ओद्यौगिक एवं वाणिज्य विभाग पंचकूला के विस्तार अधिकारी सुरेश कुमार और विभिन्न ओद्यौगिक संस्थानों के पदाधिकारी उपस्थित थे।